कोलकाता : भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई में नेताओं के बीच भगदड़ जारी है. बिष्णुपुर से भाजपा विधायक तन्मय घोष के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से एक दिन बाद, भगवा पार्टी ने एक और विधायक खो दिया. मंगलवार को उत्तर 24 परगना जिले की बागदा विधानसभा (Bagdah assembly) सीट से भाजपा विधायक बिस्वजीत दास (Biswajit Das) फिर से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए.
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और राज्य के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पार्थ चट्टोपाध्याय ने बिस्वजीत दास का पार्टी में स्वागत किया और उन्हें बधाई दी. इस अवसर पर तृणमूल कांग्रेस की महिला सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार (Kakoli Ghosh Dastidar) भी मौजूद थीं.
टीएमसी ज्वाइन करने के बाद बिस्वजीत दास ने कहा, 'भाजपा में लोगों के लिए काम करने के लिए बिल्कुल जगह नहीं है. इसलिए मैं विकास का हिस्सा बनने के लिए वापस तृणमूल में शामिल हुआ हूं.' दास ने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा के कई नेता जल्द ही पार्टी को छोड़ सकते हैं.
सोमवार को बिष्णुपुर से भाजपा विधायक तन्मय घोष राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद अब तक भाजपा के तीन विधायक पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल हो चुके हैं. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा की संख्या घटकर 72 हो गई है.
2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने 77 विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज की थी, लेकिन उसके दो मौजूदा लोकसभा सदस्यों ने विधायक का चुनाव जीतने के बावजूद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद राज्य में भाजपा विधायकों की संख्या 77 से घटकर 75 रह गई थी.
तीन बार विधायक रह चुके दास को मुकुल रॉय का करीबी जाना जाता है. बिस्वजीत दास ने 2011 और 2016 में बनगांव (उत्तर) निर्वाचन क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद वह तृणमूल कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर बागदा विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे.
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