नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों की नीलामी उनके जन्मदिन 17 सितंबर (pm modi birthday) से शुरू हो रही है. इस वर्ष कुल 1222 उपहार नीलामी के लिए लगाए जा रहे हैं जिनकी क़ीमत सौ रुपये से शुरू होकर पांच लाख रुपये तक होगी. केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस संबंध में मीडिया को जानकारी दी है. रेड्डी ने कहा कि नीलामी के लिए उपलब्ध उपहारों में शॉल, अंगवस्त्र और खेल कूद की सामग्री भी शामिल है. इसके अलावा प्रतीक चिह्न और अन्य उपहार भी होंगे. सभी 1222 उपहारों की कुल कीमत 2.7 करोड़ रुपये है.
नीलामी से प्राप्त धनराशि को नमामि गंगे योजना में दान कर दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि नीलामी की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी रखी गई है और सभी इसमें भाग ले सकते हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी हर वर्ष मिले उपहारों को नीलामी के लिए दान करते रहे हैं. इस प्रक्रिया से अर्जित धनराशि को किसी न किसी केंद्रीय योजना के लिए दान कर दिया जाता है. पिछले वर्ष की नीलामी के बाद मिली धन राशि को भी नमामि गंगे योजना में ही दान किया गया था.
पहले भी की जा चुकी है नीलामी : पहली बार इस तरह की खुली नीलामी के माध्यम से 2019 में प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को जनता के लिए लगाया गया था. तब कुल 1805 उपहारों की नीलामी की गई थी. दूसरी बार 2019 में ही कुल 2772 उपहारों को नीलामी पर रखा गया था. उसके बाद वर्ष 2021 में तीसरे चरण में 1348 उपहारों की नीलामी की गई थी जबकि इसी वर्ष चौथे चरण में कुल 1422 उपहारों की नीलामी की गई.
इस वर्ष नीलामी में 1222 उपहारों को जनता के सामने रखा गया है. संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट पर सभी उपहार तस्वीरों के साथ ऑनलाइन बिडिंग के लिए भी उपलब्ध हैं जबकि प्रदर्शिनी के रूप में इन्हें नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट, नई दिल्ली में प्रदर्शित किया गया है.
जानिए क्या करना होगा ? : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किए गए यादगार स्मृति चिन्ह और उपहार खरीदने के लिए आपको आधार पंजीकरण के जरिए सत्यापन कराना होगा. ई-नीलामी शनिवार से शुरू होगी. संस्कृति मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उपहारों और स्मृति चिन्हों की नीलामी में पारदर्शिता लाने के लिए आधार प्रमाणीकरण किया जाएगा. पिछले साल की नीलामी के दौरान आधार प्रमाणीकरण आवश्यक नहीं था.
ऑनलाइन नीलामी में भाग लेने के लिए इच्छुक खरीदारों को इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना होगा और पंजीकरण केवल भारतीयों के लिए ही खुला है. खरीदार की प्रामाणिकता की पहचान करने के लिए, नए खरीदारों और जो पहले से ही पोर्टल में पंजीकृत हैं, दोनों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान आधार प्रमाणीकरण किया जा रहा है. ये आधार प्रमाणीकरण प्रक्रिया एक बार की प्रक्रिया है और केवल प्रमाणित खरीदार ही नीलामी में भाग ले सकते हैं.
खरीदार लाइव नीलामी के लिए सूचीबद्ध उत्पाद का चयन करके नीलामी में भाग ले सकता है. सबसे अधिक बोली लगाने वाले को भुगतान करने के लिए विभाग की तरफ से अनुमोदित किया जाएगा. संस्कृति मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहारों की ई-नीलामी के चौथे संस्करण का आयोजन कर रहा है. जिसका 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजन किया जाएगा.
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