चंडीगढ़ : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर रविवार को तालिबान का कब्जा होने से कुछ ही पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ कर चले गए और इसके बाद इस मुल्क का भविष्य अनिश्चित हो गया है.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर से अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद एक गुरुद्वारे में फंसे 200 सिखों समेत सभी भारतीयों को वहां से निकालने के लिए तत्काल प्रबंध करने का आग्रह करता हूं. मेरी सरकार भारतीयों के सुरक्षित निकास के लिए कोई भी मदद देने की इच्छुक है.
मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा था कि देश की सभी सीमाओं पर और अधिक निगरानी की आवश्यकता है. उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान का तालिबान के हाथ में पड़ जाना भारत के लिए ठीक नहीं है. सिंह ने रविवार को ट्वीट किया था कि अफगानिस्तान का तलिबान के हाथों में पड़ जाना हमारे देश के लिए अच्छा नहीं है.
भारत के खिलाफ चीन-पाकिस्तान गठजोड़ को और मजबूती प्रदान करेगा. (उइगुर मामले में चीन पहले ही मिलिशया की मदद मांग चुका है.) ये संकेत अच्छे नहीं हैं. हमें अब अपनी सीमाओं पर और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है.
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इससे पहले शनिवार को शिरोमणि गुरुद्वारा पबंधक कमेटी ने केंद्र सरकार से अफगानिस्तान में रह रहे उन सिखों को वापस लाने के लिए प्रबंध करने का आग्रह किया था, जो भारत वापस आना चाहते हैं.
(पीटीआई-भाषा)