उदयपुर. जिले के गोगुंदा थाना क्षेत्र में युवक की पुलिस हिरासत में मौत का मामला सामने आया. युवक की गुरुवार शाम को मौत हो गई. पुलिस की ओर से बताया गया कि हिरासत में तबीयत बिगड़ने पर युवक को महाराणा भूपाल चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक युवक की शिनाख्त सुरेंद्र सिंह राजपूत निवासी देवरो का खेड़ा के रूप में हुई. वहीं, बताया गया कि युवक को गुजरात से गोगुंदा थाना पुलिस पूछताछ के लिए लेकर आई थी.
वहीं, उसकी मौत के बाद पूरा गोगुंदा कस्बा छावनी में तब्दील हो गया. राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना व अन्य राजपूत संगठनों की ओर से गोगुंदा थाने का घेराव किया. इसके बाद एसपी विकास शर्मा ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराया और प्रतिनिधियों संग वार्ता की. इस दौरान एसपी ने एसपी ने पूरे थाने को लाइन हाजिर किया. वहीं, थानाधिकारी अनिल बिश्नोई सहित मामले की जांच कर रहे 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही मृतक के आश्रितों को 50 लाख का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने लिए सरकार को पत्र लिखा गया है. इसके बाद समाज के लोग शव का पोस्टमार्टम करवाने को तैयार हुए.
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युवक पर आरोप : पिछले दिनों थाना क्षेत्र के देवड़ा का खेड़ा की एक युवती घर से गायब हो गई थी. परिजनों ने गांव के ही सुरेंद्र पर लड़की को भगा ले जाने को लेकर मामला दर्ज करवाया था. इस मामले में पुलिस गुजरात से युवक और युवती को पड़कर गोगुंदा लेकर आई थी.
दरअसल, गोगुंदा थाना क्षेत्र के मृतक सुरेंद्र सिंह को 2 दिन पहले पुलिस ने हिरासत में लिया था. पूछताछ के दौरान गुरुवार को उसकी तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं, घटना की सूचना के बाद शुक्रवार को राष्ट्रीय करणी सेना व अन्य संगठनों की ओर से गोगुंदा थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों की संख्या को देखते हुए थाने के बाहर व क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी, लेकिन ऐन समय पर एसपी ने प्रदर्शनकारियों संग वार्ता कर संबंधित थाने के थानाधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया.