उदयपुर. बिहार में चमकी बुखार का असर कम होने का नाम नहीं ले रहा. इस बुखार ने अब तक 175 बच्चों की जान ले ली है. लेकिन राजस्थान में इस बुखार का असर नहीं होगा यह दावा उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल अधीक्षक लाखन पोसवाल ने किया है. डॉक्टर पोसवाल ने बताया कि एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को चमकी बुखार का नाम दिया गया है. इसमें बच्चे को बुखार आता है और वह बेहोश होने लगता है, उसे तान आने लग जाती है.
आमतौर पर यह बुखार वायरल इनफेक्शन की वजह से होता है. इस बुखार में मृत्यु दर ज्यादा है. यह वायरस किसी भी तरह का हो सकता है. लेकिन राजस्थान में इस बुखार के आने की संभावना ना के बराबर है. क्योंकि इस बुखार का प्रमुख कारण है जैपनीज एन्सेफेलाइटिस जो कि काफी कॉमन वायरस है.
यह वायरस उन क्षेत्रों में होता है जहां पर चावल की खेती होती है. लेकिन राजस्थान में चावल की खेती नहीं हो रही और जैपनीज एन्सेफेलाइटिस राजस्थान में नहीं होगा. इसको लेकर हम यह कह सकते हैं कि राजस्थान में चमकी का असर ना के बराबर ही रहेगा. वहीं एहतियात के तौर पर उदयपुर समेत प्रदेशभर के अस्पतालों में चमकी बुखार से बचने की तैयारियां की जा चुकी है. ऐसे में अब देखना होगा डॉक्टर लाखन पोसवाल का यह दावा कितना सही साबित होता है.