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उदयपुर: आखिर क्यों नहीं होगा राजस्थान में चमकी बुखार का असर...जानिए

बिहार में 175 से अधिक बच्चों की मौत का कारण बन चुका चमकी बुखार राजस्थान में अपना असर नहीं दिखा पाएगा. यह कहना है उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल अधीक्षक लाखन पोसवाल का.

उदयपुर: आखिर क्यों नहीं होगा राजस्थान में चमकी का असर
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Published : Jun 27, 2019, 10:52 AM IST

उदयपुर. बिहार में चमकी बुखार का असर कम होने का नाम नहीं ले रहा. इस बुखार ने अब तक 175 बच्चों की जान ले ली है. लेकिन राजस्थान में इस बुखार का असर नहीं होगा यह दावा उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल अधीक्षक लाखन पोसवाल ने किया है. डॉक्टर पोसवाल ने बताया कि एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को चमकी बुखार का नाम दिया गया है. इसमें बच्चे को बुखार आता है और वह बेहोश होने लगता है, उसे तान आने लग जाती है.

उदयपुर: आखिर क्यों नहीं होगा राजस्थान में चमकी का असर

आमतौर पर यह बुखार वायरल इनफेक्शन की वजह से होता है. इस बुखार में मृत्यु दर ज्यादा है. यह वायरस किसी भी तरह का हो सकता है. लेकिन राजस्थान में इस बुखार के आने की संभावना ना के बराबर है. क्योंकि इस बुखार का प्रमुख कारण है जैपनीज एन्सेफेलाइटिस जो कि काफी कॉमन वायरस है.

यह वायरस उन क्षेत्रों में होता है जहां पर चावल की खेती होती है. लेकिन राजस्थान में चावल की खेती नहीं हो रही और जैपनीज एन्सेफेलाइटिस राजस्थान में नहीं होगा. इसको लेकर हम यह कह सकते हैं कि राजस्थान में चमकी का असर ना के बराबर ही रहेगा. वहीं एहतियात के तौर पर उदयपुर समेत प्रदेशभर के अस्पतालों में चमकी बुखार से बचने की तैयारियां की जा चुकी है. ऐसे में अब देखना होगा डॉक्टर लाखन पोसवाल का यह दावा कितना सही साबित होता है.

उदयपुर. बिहार में चमकी बुखार का असर कम होने का नाम नहीं ले रहा. इस बुखार ने अब तक 175 बच्चों की जान ले ली है. लेकिन राजस्थान में इस बुखार का असर नहीं होगा यह दावा उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल अधीक्षक लाखन पोसवाल ने किया है. डॉक्टर पोसवाल ने बताया कि एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को चमकी बुखार का नाम दिया गया है. इसमें बच्चे को बुखार आता है और वह बेहोश होने लगता है, उसे तान आने लग जाती है.

उदयपुर: आखिर क्यों नहीं होगा राजस्थान में चमकी का असर

आमतौर पर यह बुखार वायरल इनफेक्शन की वजह से होता है. इस बुखार में मृत्यु दर ज्यादा है. यह वायरस किसी भी तरह का हो सकता है. लेकिन राजस्थान में इस बुखार के आने की संभावना ना के बराबर है. क्योंकि इस बुखार का प्रमुख कारण है जैपनीज एन्सेफेलाइटिस जो कि काफी कॉमन वायरस है.

यह वायरस उन क्षेत्रों में होता है जहां पर चावल की खेती होती है. लेकिन राजस्थान में चावल की खेती नहीं हो रही और जैपनीज एन्सेफेलाइटिस राजस्थान में नहीं होगा. इसको लेकर हम यह कह सकते हैं कि राजस्थान में चमकी का असर ना के बराबर ही रहेगा. वहीं एहतियात के तौर पर उदयपुर समेत प्रदेशभर के अस्पतालों में चमकी बुखार से बचने की तैयारियां की जा चुकी है. ऐसे में अब देखना होगा डॉक्टर लाखन पोसवाल का यह दावा कितना सही साबित होता है.

Intro:बिहार में 175 से अधिक बच्चों की मौत का कारण बन चुका चमकी बुखार राजस्थान में अपना असर नहीं दिखा पाएगा यह कहना है उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल अधीक्षक लाखन पोसवाल का आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर क्यों नहीं होगा राजस्थान में चमकी का असर


Body:बिहार में चमकी बुखार का असर कम होने का नाम नहीं ले रहा इस बुखार ने अब तक 175 बच्चों की जान ले ली है लेकिन राजस्थान में इस बुखार का असर नहीं होगा यह दावा किया है उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल अधीक्षक लाखन पोसवाल ने डॉक्टर पोसवाल ने बताया कि एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को चमकी बुखार का नाम दिया गया है इसमें बच्चे को बुखार आता है और वह बेहोश होने लगता है उसे तान आने लग जाती है आमतौर पर यह बुखार वायरल इनफेक्शन की वजह से होता है इस बुखार में मृत्यु दर ज्यादा है यह वायरस किसी भी तरह का हो सकता है लेकिन राजस्थान में इस बुखार के आने की संभावना ना के बराबर है क्योंकि इस बुखार का प्रमुख कारण है जैपनीज एन्सेफेलाइटिस जो कि काफी कॉमन वायरस है यह वायरस उन क्षेत्रों में होता है जहां पर चावल की खेती होती है लेकिन राजस्थान में चावल की खेती नहीं हो रही और जैपनीज एन्सेफेलाइटिस राजस्थान में नहीं होगा इसको लेकर हम यह कह सकते हैं कि राजस्थान में चमकी का असर ना के बराबर रहेगा


Conclusion:वहीं एहतियात के तौर पर फिर भी उदयपुर समेत प्रदेशभर के अस्पतालों में चमकी बुखार से बचने की तैयारियां की जा चुकी है ऐसे में अब देखना होगा डॉक्टर लाखन पोसवाल का यह दावा कितना सही साबित होता है

बाइट - लाखन पोसवाल ,अधीक्षक महाराणा भूपाल अस्पताल उदयपुर
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