उदयपुर. आरपीएससी की ओर से आयोजित सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में फरार चल रहे दो अभियुक्तों के खिलाफ पांच-पाच हजार रुपए की इनाम राशि की घोषणा की गई (Rs 5000 award on absconding accused of paper leak) है. इस मामले में जयपुर के भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका की जानकारी देने वालों को पुलिस 5 हजार का इनाम देगी.
पुलिस 24 दिसंबर से ही इनकी तलाश कर रही है. लेकिन अभी तक पुलिस को इन्हें लेकर कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. ऐसे में पुलिस ने अब इन दोनों पर इनाम राशि की घोषणा की है. पेपर लेकर मामले में अब तक 57 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. जिनमें से 41 लोग अभी भी पुलिस रिमांड पर चल रहे हैं. जबकि बाकी लोग जेल की सलाखों के पीछे हैं. दरअसल पुलिस को पता चला है कि मास्टरमाइंड सुरेश बिश्नोई ने जयपुर के भूपेन्द्र सारण और सुरेश ढाका से पेपर खरीदा था, जो बिश्नोई का जीजा है और काफी दिनों से जयपुर में ही रहता है.
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सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक गिरोह के मुख्य सरगना सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण ने 6 महीने पहले कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक किए थे. उस मामले में एसओजी को अभी तक आरोपियों की तलाश थी, लेकिन इन आरोपियों ने जयपुर में रहकर ही सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कर दिया. पुलिस ने मुख्य सरगना सुरेश ढाका के घर दबिश दी, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आया. पुलिस की मानें तो उदयपुर में बस में बैठकर पेपर पढ़ रहे जिन 46 अभ्यर्थियों को नामजद आरोपी बनाया है, उनमें से 45 अभ्यर्थी जालोर जिले के हैं.
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पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सभी 46 अभ्यर्थी हैडमास्टर सुरेश बिश्नोई के संपर्क में थे. इनमें ज्यादातर किसान परिवार से हैं. मुख्य सरगना ने हर अभ्यर्थी से 10 से 15 लाख रुपए में सौदा किया था. जिसके बाद उन्हें पेपर मुहैया कराए गए थे. इस मामले में मास्टरमाइंड सुरेश ढाका पुलिस की पकड़ से दूर है. आरोपी ढाका की सोशल मीडिया प्रोफाइल को देखा गया तो सामने आया कि इसके कई राजनीतिक संबंध हैं. यहीं नहीं वह अपनी लग्जरी लाइफ को भी सोशल मीडिया पर शेयर करता है. इसका नाम पहले भी पेपर लीक प्रकरण में आ चुका है. वह जयपुर में कोचिंग चलाता है.