उदयपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सियासी दलों के बीच उठापटक जारी है. उदयपुर शहर विधानसभा सीट पर चुनावी बिसात बिछ चुकी है. राजनीतिक सरगर्मी तेज होने के साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी प्रोफेसर गौरव वल्लभ के समर्थन में तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने गुरुवार को अपना नामांकन वापस ले लिया. नाम वापस लेने वालों में युवा नेता मदन पंडित, गुणवंती जोशी और मो.वाहिद शामिल हैं.
इस बीच कांग्रेस ने गुरुवार को भाजपा खेमे में बड़ी सेंध लगाई. भाजपा के पूर्व पार्षद मो. खलील ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. वहीं साल्वी समाज के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र साल्वी ने भी कांग्रेस का दामन थामा है. सभी ने संयुक्त रूप से कांग्रेस के प्रत्याशी गौरव वल्लभ को अपना समर्थन देने की घोषणा की. कांग्रेस का दामन थामने वालों नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही एक मात्र पार्टी है, जो वह कहती है उसे करके दिखाती है.
कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा पर साधा निशानाः गुरुवार को एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उदयपुर शहर से कांग्रेस प्रत्याशी गौरव वल्लभ ने कहा कि सरकार सात गारंटी दे रही है. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा. गौरव वल्लभ ने कहा कि आइबी की रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिल चुकी है कि उदयपुर शहर की सीट भाजपा हार रही है, यही कारण है कि उनकी सभा उदयपुर शहर की सीट पर हुई. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं की न नीति ठीक है और न ही विकास करने की कोई नीयत है. उदयपुर में जो भी विकास हुआ है चाहे वह जोनल ट्रेनिंग रेलव इंस्टीट्यूट, आइआइएम, कृषि विवि या फिर यूनिवर्सिटी की स्थापना हो, सब कुछ सुखाड़िया की देन है.