उदयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले स्थित मानगढ़ धाम में जनसभा को संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम में 3 राज्यों के मुख्यमंत्री भी शिरकत करेंगे. मानगढ़ धाम को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं भी चरम पर हैं. राजनीति के जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात से सटे मानगढ़ में सभा करने के पीछे बड़ा कोई कारण है. गुजरात में आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी आदिवासियों के इस प्रमुख स्थल से क्या संदेश देंगे. प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की पीएम से मांग की है.
4 राज्यों की 110 विधानसभा सीटों पर पकड़ : राजनीतिक इतिहासकार लाल कुमार चूक ने बताया कि (PM Modi visit to Rajasthan Mangarh Dham) प्रधानमंत्री का मानगढ़ दौरा कई तरह से सियासी संदेश दे रहा है. मानगढ़ आदिवासियों की आस्था का केंद्र माना जाता है, देश भर से आदिवासी समाज के लोग यहां पर आते हैं. उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में गुजरात में विधानसभा चुनाव है. ठीक इससे पहले मानगढ़ से प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान सोसायटी गुजरात की 27 आदिवासी सीटों को भी साधने की कोशिश करेंगे. पिछले चुनाव में इन सीटों पर भाजपा की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं रही थी.
इन चार राज्यों में तो 110 सीटें : राजस्थान में आदिवासियों (BJP in Gujarat Vidhansabha Elections) की 25 सीटें हैं. गुजरात में 27, मध्यप्रदेश में 31 और छत्तीसगढ़ में 27 विधानसभा सीटें हैं. कुल 110 विधानसभा सीटें बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. इन सीटों पर भाजपा की अच्छी पकड़ बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी मानगढ़ से कई सियासी संदेश देंगे.
गुजरात में विधानसभा चुनाव में 27 सीटें होंगी महत्वपूर्ण : राजस्थान बॉर्डर से लगती गुजरात की 27 सीटें (Tribal Seats in Gujarat Vidhansabha Elections) हैं, जो इस विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी इन सीटों पर कमजोर रही थी. यही कारण था कि चुनाव में 27 सीटों में से कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की थी. ऐसे में आदिवासियों के सबसे बड़े तीर्थ स्थल मानगढ़ से प्रधानमंत्री मोदी आदिवासियों को साधने की कोशिश करेंगे. राजस्थान में 25 आदिवासी सीट हैं, इनमें से दक्षिणी राजस्थान में 17 सीटें हैं. जिसमें बांसवाड़ा में 5, डूंगरपुर में 4, प्रतापगढ़ में 2, उदयपुर में 6 सीटें हैं.
लोकसभा चुनाव में 47 सीटें महत्वपूर्ण : देश में कुल 47 लोकसभा की आदिवासी सीटें हैं. इनमें से यह सीटें 7 राज्यों के अंदर सबसे ज्यादा हैं. राजस्थान के 3, मध्य प्रदेश के 6, गुजरात के 4, छत्तीसगढ़ के 4, झारखंड के 5, महाराष्ट्र के 4 और उड़ीसा की 5 सीटें हैं. इन 7 राज्यों में आदिवासियों की 31 सीटें हैं.