उदयपुर. जिले के भारतीय प्रबन्धन संस्थान बलीचा में पैंथर शावक मिलने की (panther cub in udaipur) सूचना मिली. इस पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और दो दिन तक लगातार प्रयास कर शावक का रेस्क्यू किया. टीम ने शावक को उसकी मां से मिलवाकर वन्यजीव प्रेम की एक मिसाल पेश की.
आईआईएम के कर्मचारी ने क्षेत्रीय वन अधिकारी (पश्चिम) विजेन्द्र सिंह सिसोदिया को फोन कर सूचना दी कि एक पैंथर शावक संस्थान की पहली मंजिल (panther cub in udaipur IIM) पर बैठा हुआ है. सूचना पर सिसोदिया ने वनरक्षक कमलाशंकर मीणा व पशु रक्षक मेहताब सिंह के साथ मौका स्थल पर पहुंचकर शावक को कब्जे में लिया. उन्होंने स्टाफ के साथ आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया. भारतीय प्रबंधन संस्थान के चारों ओर घना जंगल (बीड) है. इससे लगभग 1 किमी दूर वनखण्ड समर का वन क्षेत्र है.
स्टाफ ने जंगल और आसपास के क्षेत्र की गश्त की परन्तु उन्हें पैंथर शावक की माता का मूवमेंट नहीं मिला. सुरक्षा के दृष्टिगत पैंथर शावक को वन विभाग की टीम सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क लेकर आ गई. वहां विशेषज्ञ पशु चिकित्सक की निगरानी में उसे रखा गया. शाम को क्षेत्रीय वन अधिकारी और स्टाफ शावक को लेकर आईआईएम के पास जंगल में पहुंचकर रात भर निगरानी रखी ताकि पैंथर की मां का पता चल सके मगर कोई मूवमेंट नहीं दिखने पर शावक को पुनः सुबह लाकर सज्जनगढ़ विशेषज्ञ पशु चिकित्सक की देखरेख में रखा गया.
मंगलवार शाम सिसोदिया विभाग के कार्मिक रवीन्द्र सिंह, सज्जन सिंह, कमलाशंकर मीणा मेहताब सिंह व रणजीत आर्य वाहन चालक के साथ शावक को लेकर पुनः उसी स्थल पर पहुंचे तथा निगरानी रखी. पैंथर शावक की माता का लगभग 7.30 व 8.30 बजे मूवमेंट हुआ. रात्रि लगभग 10 बजे पैंथर की मां मौके पर आई तथा शावक को उठाकर जंगल में ले गई.