उदयपुर. राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने राजसमंद के स्कूलों के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से मांग की है कि जिन विद्यालयों के भवन जर्जर हैं और पर्याप्त कमरे नहीं होने से विद्यार्थी बरामदों में बैठ कर पढ़ रहे हैं, ऐसे विद्यालयों का अविलंब सर्वे कर राहत प्रदान करें.
सांसद दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने केवल झूठी वाहवाही लूटने के लिए कई विद्यालयों को क्रमोन्नत कर दिया, लेकिन वहां के जमीनी हालात में कोई बदलाव नहीं आया. सांसद ने स्थानीय प्रशासन से अपील की है कि भारी बारिश के बाद जर्जर हुए विद्यालय भवनों का सर्वे करे और कक्षाओं को अन्यत्र चलाया जाए. राजनगर के 17 स्कूलों में से 7 भवनों को स्कूल प्रशासन ने जर्जर बता कर उच्च अधिकारियों को सूचित कर रखा है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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सांसद ने कहा कि एक ओर तो नई राष्ट्रीय शिक्षा में बच्चों को मातृ-भाषा में प्रारम्भिक शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है. वहीं राजस्थान में सरकार चलते हुए स्कूलों के बंद कर उन्हे अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में परिवर्तित कर रही है. कमरों और प्रशिक्षित अध्यापकों के अभाव में विद्यार्थी ना हिंदी, ना अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर पा रहे हैं. कई जगह तो सरकारी नीति के कारण हिन्दी माध्यम का पुराना स्कूल भी बंद होने के कगार पर है.
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सांसद दीया कुमारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के कई विद्यालयों में शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से बालिकाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. राज्य सरकार विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं प्रदान करने में नाकाम रही है. उन्होंने कहा कि कई जगह अगर शौचालय बने भी हैं, तो या तो वे सफाई के अभाव में गंदे हैं या फिर उनमें छत और दरवाजे ही नहीं हैं. सांसद ने राज्य सरकार से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों की स्थिति को सुधारने की मांग की है.