उदयपुर. जिले के हिंदुस्तान जिंक माइंस की जावर माइंस में काम करने के दौरान एक श्रमिक के सिर पर पत्थर गिरने से मौत हो (Hindustan Zinc Mine worker death in Udaipur) गई. घटना के बाद आनन-फानन में घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया. घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. मृतक के परिजनों को कंपनी की ओर से 75 लाख रुपए देने पर सहमति बनी.
श्रमिक की मौत के चलते आक्रोशित परिजन और ग्रामीण बुधवार को महाराणा भूपाल चिकित्सालय की मोर्चरी के बाहर एकत्रित हो गए. मुआवजा और अन्य मांगों को लेकर परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. घंटों परिजन और ग्रामीण एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर विरोध करते रहे. बाद में हिंदुस्तान जिंक प्रबंधन से जुड़े हुए कई अधिकारी मौके पर पहुंचे. परिजनों से बात कर शव लेने के लिए समझाइश की गई. इस दौरान मावली विधायक धर्म नारायण जोशी भी मौके पर पहुंचे.
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उन्होंने पूरे मामले को लेकर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए जिंक प्रशासन से मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने के लिए कहा. कंपनी की ओर से मृतक के परिजनों को 75 लाख रुपए देने पर सहमति बनने के बाद शाम को शव लिया गया. मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक श्रीराम कुमावत हिंदुस्तान जिंक माइंस में काम कर रहा था. टेक्निकल प्वाइंट आने की वजह से वह माइंस में नीचे की ओर चेक करने गया. इसी दौरान उसके सिर पर ऊपर से पत्थर आ गिरा. सिर पर गहरी चोट लगने से वह गंभीर घायल हो गया.