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Exclusive : उदयपुर में कौन होगा गुलाबचंद कटारिया का उत्तराधिकारी ? सामने आया ये बड़ा बयान

राजस्थान की राजनीति को लेकर असम के नवनियुक्त राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है और आगे भी निभाऊंगा. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने और कहा, सुनिए....

Gulabchand Kataria Exclusive Interview
गुलाबचंद कटारिया
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Published : Feb 21, 2023, 1:44 PM IST

Updated : Feb 21, 2023, 2:19 PM IST

गुलाबचंद कटारिया Exclusive Interview

उदयपुर. गुलाबचंद कटारिया बुधवार को असम के राज्यपाल पद की शपथ लेंगे. पिछले करीब चार दशक से राजस्थान की सियासी पिच पर शानदार बैटिंग करने के बाद अब कटारिया राज्यपाल की भूमिका में दिखाई देंगे. बात उनकी राजनीतिक सफर की करें तो वे उदयपुर से 8 बार विधायक, जबकि एक बार सांसद रह चुके हैं. वहीं, राजस्थान के गृहमंत्री, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा चुके हैं.

राज्यपाल पद की शपथ से पहले कटारिया ने क्या कहा ? : मंगलवार को ईटीवी भारत से बात करते हुए कटारिया ने कहा कि मुझे जो संवैधानिक जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी और हमारी पार्टी ने दी है, उसे बखूबी निभाऊंगा. आलाकमान और प्रधानमंत्री की आकांक्षाओं पर खरा उतरूंगा. इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी ने मुझे जो जिम्मेदारी दी थी, उसे मैंने बखूबी निभाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इस राजनीति के सफर में उनको हजारों कार्यकर्ताओं का सहयोग मिला, जिसके कारण उन्हें आज यहां तक पहुंचने का मौका मिला है. कटारिया ने कहा कि हमें बचपन से ही देश के लिए काम करने की शिक्षा और दीक्षा मिली है. मेरे सफर और काम में अड़चनें आ सकती हैं, लेकिन आखिरकार हमें विजय जरूर मिलेगी.

राजनीति से बेदाग होकर निकलना : भाजपा के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया राजस्थान की सियासत में कई पदों पर रहे, लेकिन उन पर कभी कोई दाग नहीं लगा. कटारिया ने कहा कि बचपन से ही संघ कई ऐसे प्रचारकों को देखने का मौका मिला जो अपने जीवन में गोल्ड मेडलिस्ट थे. इंजीनियरिंग और अन्य वर्गों में गोल्ड मेडलिस्ट युवा अपना घर-परिवार छोड़ कर देश के लिए काम करने के लिए निकल गए. ऐसे कई महापुरुषों को भी नजदीक से देखने को मिला, जिनके पास सबकुछ होने के बावजूद भी घर परिवार त्याग दिया.

पढ़ें : मेवाड़ पहुंचे कटारिया, कहा- हमारे यहां विरासत सुपुर्द नहीं करते, कार्यकर्ता मिलकर निर्णय करते हैं

राजस्थान में कई पदों पर रहे, क्या इसे उपलब्धि मानते हैं आप ? : गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मुझे राजनीतिक जीवन में पार्टी ने जो भी काम दिया उसे मैंने निभाने और करने की कोशिश की है. मैंने सभी काम निष्पक्षता के साथ किया, किसी के साथ मतभेद नहीं किया. मेरी सदैव यही सोच रही है कि मेरे से पीछे काम करने वाले लोगों को कैसे आगे बढ़ाया जा सके, देश में जो पीछे की पंक्ति में बैठा हुआ व्यक्ति है, उसको कैसे आगे लाया जा सके. इस पर विचार और काम करना चाहिए.

असम को लेकर कही बड़ी बात : असम को लेकर कटारिया ने कहा कि संवैधानिक मर्यादाओं में रहते हुए राज्य के विकास के लिए जो योगदान होगा मैं उसे पूरा करने के लिए काम करता रहूंगा. वहां की सरकार के साथ मिलकर विकास के जो भी काम होंगे, उन्हें पूरा किया जाएगा. खासकर शिक्षा में सुधार को लेकर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

कटारिया का कौन होगा राजनीतिक उत्तराधिकारी ? : दक्षिणी राजस्थान की सबसे हॉट सीट, उदयपुर शहर विधानसभा सीट से गुलाबचंद कटारिया 2003 से लगातार नेतृत्व करते आ रहे हैं. अब उके असम के नवनियुक्त राज्यपाल घोषित किए जाने के बाद इस सीट पर कई दावेदारों की नजर है. गुलाबचंद कटारिया ने अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के प्रश्न के जवाब में कहा कि हमारी पार्टी में सामूहिक निर्णय के आधार पर फैसले लिए जाते हैं.

पढ़ें : न पैसे वाला, न कोई उद्योगपति एक साधारण कार्यकर्ता को जो जिम्मेदारी दी उसका किया निर्वहन - कटारिया

राजनीतिक सफर : भाजपा के के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया 8 बार विधायक और 1 बार सांसद रह चुके हैं, साथ ही वसुंधरा सरकार में गृह मंत्री भी रह चुके हैं. वे 1977 में पहली बार विधायक चुने गए थे. बता दें कि कटारिया राजस्थान भाजपा में सबसे सीनियर विधायकों में से एक माने जाते हैं. उनका जन्म राजसमंद जिले के देलवाड़ा में 13 अक्टूबर 1944 को हुआ था.

गुलाबचंद कटारिया Exclusive Interview

उदयपुर. गुलाबचंद कटारिया बुधवार को असम के राज्यपाल पद की शपथ लेंगे. पिछले करीब चार दशक से राजस्थान की सियासी पिच पर शानदार बैटिंग करने के बाद अब कटारिया राज्यपाल की भूमिका में दिखाई देंगे. बात उनकी राजनीतिक सफर की करें तो वे उदयपुर से 8 बार विधायक, जबकि एक बार सांसद रह चुके हैं. वहीं, राजस्थान के गृहमंत्री, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा चुके हैं.

राज्यपाल पद की शपथ से पहले कटारिया ने क्या कहा ? : मंगलवार को ईटीवी भारत से बात करते हुए कटारिया ने कहा कि मुझे जो संवैधानिक जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी और हमारी पार्टी ने दी है, उसे बखूबी निभाऊंगा. आलाकमान और प्रधानमंत्री की आकांक्षाओं पर खरा उतरूंगा. इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी ने मुझे जो जिम्मेदारी दी थी, उसे मैंने बखूबी निभाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इस राजनीति के सफर में उनको हजारों कार्यकर्ताओं का सहयोग मिला, जिसके कारण उन्हें आज यहां तक पहुंचने का मौका मिला है. कटारिया ने कहा कि हमें बचपन से ही देश के लिए काम करने की शिक्षा और दीक्षा मिली है. मेरे सफर और काम में अड़चनें आ सकती हैं, लेकिन आखिरकार हमें विजय जरूर मिलेगी.

राजनीति से बेदाग होकर निकलना : भाजपा के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया राजस्थान की सियासत में कई पदों पर रहे, लेकिन उन पर कभी कोई दाग नहीं लगा. कटारिया ने कहा कि बचपन से ही संघ कई ऐसे प्रचारकों को देखने का मौका मिला जो अपने जीवन में गोल्ड मेडलिस्ट थे. इंजीनियरिंग और अन्य वर्गों में गोल्ड मेडलिस्ट युवा अपना घर-परिवार छोड़ कर देश के लिए काम करने के लिए निकल गए. ऐसे कई महापुरुषों को भी नजदीक से देखने को मिला, जिनके पास सबकुछ होने के बावजूद भी घर परिवार त्याग दिया.

पढ़ें : मेवाड़ पहुंचे कटारिया, कहा- हमारे यहां विरासत सुपुर्द नहीं करते, कार्यकर्ता मिलकर निर्णय करते हैं

राजस्थान में कई पदों पर रहे, क्या इसे उपलब्धि मानते हैं आप ? : गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मुझे राजनीतिक जीवन में पार्टी ने जो भी काम दिया उसे मैंने निभाने और करने की कोशिश की है. मैंने सभी काम निष्पक्षता के साथ किया, किसी के साथ मतभेद नहीं किया. मेरी सदैव यही सोच रही है कि मेरे से पीछे काम करने वाले लोगों को कैसे आगे बढ़ाया जा सके, देश में जो पीछे की पंक्ति में बैठा हुआ व्यक्ति है, उसको कैसे आगे लाया जा सके. इस पर विचार और काम करना चाहिए.

असम को लेकर कही बड़ी बात : असम को लेकर कटारिया ने कहा कि संवैधानिक मर्यादाओं में रहते हुए राज्य के विकास के लिए जो योगदान होगा मैं उसे पूरा करने के लिए काम करता रहूंगा. वहां की सरकार के साथ मिलकर विकास के जो भी काम होंगे, उन्हें पूरा किया जाएगा. खासकर शिक्षा में सुधार को लेकर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

कटारिया का कौन होगा राजनीतिक उत्तराधिकारी ? : दक्षिणी राजस्थान की सबसे हॉट सीट, उदयपुर शहर विधानसभा सीट से गुलाबचंद कटारिया 2003 से लगातार नेतृत्व करते आ रहे हैं. अब उके असम के नवनियुक्त राज्यपाल घोषित किए जाने के बाद इस सीट पर कई दावेदारों की नजर है. गुलाबचंद कटारिया ने अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के प्रश्न के जवाब में कहा कि हमारी पार्टी में सामूहिक निर्णय के आधार पर फैसले लिए जाते हैं.

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राजनीतिक सफर : भाजपा के के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया 8 बार विधायक और 1 बार सांसद रह चुके हैं, साथ ही वसुंधरा सरकार में गृह मंत्री भी रह चुके हैं. वे 1977 में पहली बार विधायक चुने गए थे. बता दें कि कटारिया राजस्थान भाजपा में सबसे सीनियर विधायकों में से एक माने जाते हैं. उनका जन्म राजसमंद जिले के देलवाड़ा में 13 अक्टूबर 1944 को हुआ था.

Last Updated : Feb 21, 2023, 2:19 PM IST
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