उदयपुर. एक व्यापारी की मनोकामना पूर्ण होने पर उसने भगवान सांवलिया सेठ के लिए 10 लाख रुपए की पोशाक बनवाई है. इस पोशाक में सोना, चांदी, हीरा, मोती के साथ बहुत खूबसूरत पोशाक तैयार की गई है. जिसे तैयार करने में करीब 3 महीने से भी ज्यादा का समय लगा है. इस पोशाक को सांवरिया सेठ को आने वाले दिनों में धारण करावाया जाएगा.
4 किलो चांदी, 8 तोला सोना, डायमंड से तैयार हुई पोशाकः मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्ण धाम सांवलिया जी को श्रद्धालु अपने व्यवसाय में पार्टनर बनाते हैं. जब अपनी मनोकामना पूर्ण होती है, तो ईमानदारी से भगवान को उनके हिस्से की राशि पहुंचाने की भी मान्यता है.उसी के तहत नीमच के एक व्यवसाई द्वारा करीब 10 लाख की पोशाक तैयार करवाई गई है. इसमें सोने-चांदी के अलावा डायमंड का भी यूज किया गया है. यह पोशाक उदयपुर संजय वर्मा ने तैयार की है.
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संजय वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि भगवान सांवलिया सेठ की यह पोशाक चित्तौड़ के एक व्यापारी ने बनवाई है. इस पोशाक को तैयार करने में 3 महीने का वक्त लगा है. इस पोशाक में खास बात यह है कि इसमें 4 किलो शुद्ध चांदी, जिस पर 8 तोला 24 कैरेट सोना और ऑस्ट्रेलियन नगीने लगाए हुए हैं. वर्मा ने बताया कि इस पोशाक की चौड़ाई 32 इंच, जबकि ऊंचाई 25 इंच है. इसमें मीनाकारी के काम के साथ फ्लावर्स लगाए गए हैं. वर्मा ने बताया कि नीमच के व्यापारी ने इस पोशाक बनाने का ऑर्डर दिया गया.
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हर रोज बड़ी संख्या में पहुंचते हैं भक्तः हर दिन यहां पर सैकड़ों की तादाद में भक्त भगवान के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. लेकिन अमावस्या के दिन भगवान के दर्शन करने का विशेष महत्व माना जाता है. अमावस्या के 1 दिन पूर्व चौदस के दिन हर माह भगवान का दानपत्र खोला जाता है. जिसमें करोड़ों रुपए का दान निलकता है. भगवान सांवलिया सेठ के दानपात्र में सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात के साथ करोड़ों रुपए की नकदी निकलती है.