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प्रदेश में पहली बार नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता, 7 दिन तक दिव्यांग खिलाड़ी दिखाएंगे दमखम

तृतीय नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन (3rd National Wheelchair Cricket Championship) उदयपुर में 27 नवंबर से 3 दिसंबर तक किया जाएगा. इसमें 16 टीमों के 300 व्हीलचेयर क्रिकेटर खिलाड़ी भाग लेंगे. दिव्यांग क्रिकेटर्स की इस प्रतियोगिता में विजेता को 2.50 लाख रुपए और उपविजेता को 1.50 लाख रुपए मिलेंगे.

3rd National Wheelchair Cricket Championship in Udaipur from Nov 27 to Dec 3
प्रदेश में पहली बार नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता
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Published : Nov 10, 2022, 5:18 PM IST

उदयपुर. उदयपुर में तृतीय नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन 27 नवंबर से किया जाएगा. दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों की यह प्रतियोगिता 3 दिसंबर तक चलेगी. शहर के नारायण सेवा संस्थान, डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसलिंग ऑफ इंडिया व व्हीलचेयर क्रिकेट इंडिया एसोसिएशन के संयुक्त आयोजन में होने वाली इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रदेशों की 16 टीमों के 300 व्हीलचेयर क्रिकेटर्स हिस्सा लेंगे.

इस चैम्पियनशिप में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बड़ौदा, राजस्थान, गुजरात, मुम्बई, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना की कुल 16 टीमों के 300 व्हीलचेयर क्रिकेटर्स हिस्सा लेंगे. इस खेल कुंभ के सफल संचालन में विभिन्न क्षेत्रों के 100 से अधिक क्रिकेट विशेषज्ञ एवं अधिकारी अपना योगदान देने के लिए उदयपुर आयेंगे. चैम्पियनशिप में 16 टीमों को चार ग्रुप में बांटा जाएगा. इस चैम्पियनशिप के सहयोगी पार्टनर- राजस्थान रॉयल्स (इण्डियन प्रीमियर लीग फ्रैंचाइजी) हैं.

पढ़ें: अलवर में तीन दिवसीय दिव्यांग व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन

24 लीग मैच: डीसीसीआई के सचिव रविकांत चौहान ने बताया कि नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट चैम्पियनशिप का यह तीसरा आयोजन है. जो कोरोना के 2 साल बाद उदयपुर में हो रहा है. इससे पूर्व पहली चैम्पियनशिप 2018 और दूसरी 2019 में हुई थी. जिसमें क्रमशः उत्तरप्रदेश और पंजाब की टीमें विजयी रहीं. यह आयोजन इसलिए भी विशेष है कि इसमें सभी 24 लीग मैच, 2 सेमीफाइनल और फाइनल एक ही जगह पर हो रहे हैं. इससे दिव्यांग खिलाड़ियों को आवाजाही में असुविधा नहीं होगी और समय की भी बचत होगी.

पढ़ें: हौसलों से उड़ान : हाथ-पैरों से लाचार दिव्यांग छात्रों ने कायम की मिसाल, सामान्य छात्रों को छोड़ा पीछे...

विजेता टीम को 2.50 लाख: इस चैम्पियनशिप की विजेता टीम को रोलिंग ट्रॉफी के साथ 2.50 लाख रुपए जबकि उपविजेता टीम को 1.50 लाख रुपए नकद पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए (Prize of wheelchair cricket championship) जाएंगे. दोनों सेमीफाइनल की उप-विजेता टीमों को 50-50 हजार रुपए नकद का पुरस्कार दिया जाएगा. रोलिंग ट्रॉफी गत विजेता पंजाब के पास है. सभी 16 टीम और खेल प्रबंधन के अधिकारियों की जर्सी इंडियन क्रिकेट टीम की तरह होगी. दिव्यांग खिलाड़ियों की जर्सी बनाने में विशेष ध्यान रखा गया है कि उन्हें खेल के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो.

पढ़ें: इशरत अख्तर : कश्मीर की पहली अंतरराष्ट्रीय व्हीलचेयर बास्केटबॉल खिलाड़ी

20 यार्ड का पिच और 40-45 मीटर की बाउन्ड्री: पंजाब व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कप्तान वीर सिंह सन्धु ने बताया कि दिव्यांगों के क्रिकेट के नियम दो बदलावों के अलावा सामान्य ही हैं. इसमें पिच 20 यार्ड का और बाउन्ड्री 40-45 मीटर की होती है. जबकि आम क्रिकेट मैच के लिए पिच 22 यार्ड का और बाउन्ड्री 60 मीटर की होती है.

उदयपुर. उदयपुर में तृतीय नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन 27 नवंबर से किया जाएगा. दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों की यह प्रतियोगिता 3 दिसंबर तक चलेगी. शहर के नारायण सेवा संस्थान, डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसलिंग ऑफ इंडिया व व्हीलचेयर क्रिकेट इंडिया एसोसिएशन के संयुक्त आयोजन में होने वाली इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रदेशों की 16 टीमों के 300 व्हीलचेयर क्रिकेटर्स हिस्सा लेंगे.

इस चैम्पियनशिप में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बड़ौदा, राजस्थान, गुजरात, मुम्बई, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना की कुल 16 टीमों के 300 व्हीलचेयर क्रिकेटर्स हिस्सा लेंगे. इस खेल कुंभ के सफल संचालन में विभिन्न क्षेत्रों के 100 से अधिक क्रिकेट विशेषज्ञ एवं अधिकारी अपना योगदान देने के लिए उदयपुर आयेंगे. चैम्पियनशिप में 16 टीमों को चार ग्रुप में बांटा जाएगा. इस चैम्पियनशिप के सहयोगी पार्टनर- राजस्थान रॉयल्स (इण्डियन प्रीमियर लीग फ्रैंचाइजी) हैं.

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24 लीग मैच: डीसीसीआई के सचिव रविकांत चौहान ने बताया कि नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट चैम्पियनशिप का यह तीसरा आयोजन है. जो कोरोना के 2 साल बाद उदयपुर में हो रहा है. इससे पूर्व पहली चैम्पियनशिप 2018 और दूसरी 2019 में हुई थी. जिसमें क्रमशः उत्तरप्रदेश और पंजाब की टीमें विजयी रहीं. यह आयोजन इसलिए भी विशेष है कि इसमें सभी 24 लीग मैच, 2 सेमीफाइनल और फाइनल एक ही जगह पर हो रहे हैं. इससे दिव्यांग खिलाड़ियों को आवाजाही में असुविधा नहीं होगी और समय की भी बचत होगी.

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विजेता टीम को 2.50 लाख: इस चैम्पियनशिप की विजेता टीम को रोलिंग ट्रॉफी के साथ 2.50 लाख रुपए जबकि उपविजेता टीम को 1.50 लाख रुपए नकद पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए (Prize of wheelchair cricket championship) जाएंगे. दोनों सेमीफाइनल की उप-विजेता टीमों को 50-50 हजार रुपए नकद का पुरस्कार दिया जाएगा. रोलिंग ट्रॉफी गत विजेता पंजाब के पास है. सभी 16 टीम और खेल प्रबंधन के अधिकारियों की जर्सी इंडियन क्रिकेट टीम की तरह होगी. दिव्यांग खिलाड़ियों की जर्सी बनाने में विशेष ध्यान रखा गया है कि उन्हें खेल के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो.

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20 यार्ड का पिच और 40-45 मीटर की बाउन्ड्री: पंजाब व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कप्तान वीर सिंह सन्धु ने बताया कि दिव्यांगों के क्रिकेट के नियम दो बदलावों के अलावा सामान्य ही हैं. इसमें पिच 20 यार्ड का और बाउन्ड्री 40-45 मीटर की होती है. जबकि आम क्रिकेट मैच के लिए पिच 22 यार्ड का और बाउन्ड्री 60 मीटर की होती है.

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