टोंक. खुले में पड़े बिजली के तारों की चपेट में आने से सदर थाना क्षेत्र के अहमदपुरा चौकी स्थित गांव में दो लोगों की मौत हो गई. वहीं परिवार के ही तीन लोग बचाव करते समय झुलस गए. ग्रामीणों के अनुसार बिजली निगम की लापरवाही एक परिवार पर कहर बनकर टूटी और करंट की चपेट में आने से दो युवकों की बुरी तरह झुलसने से मौत हो गई. जख्मी लोगों में एक की हालत गंभीर होने पर उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है.
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ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोपः इस घटना के बाद बिजली विभाग और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. वहीं बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम के बाद भी शव लेने से इंकार कर दिया था. इसके बाद बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता ने अस्पताल पहुंचकर जांच दल गठित कर परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया. पिछले दिनों आये अंधड़ के बाद टूटे डीपी के खंबे को दुरुस्त नहीं करवाने से हादसा हुआ है. मामले की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक अजित सिंह मेहटा ने अस्पताल की मॉर्चरी पहुंचकर अधीक्षण अभियंता को बुलाने पर अड़ गए और बिजली निगम पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है. करीब 2 घंटे बाद बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता पीएस मीणा पहुंचे और मुआवजा देने का आश्वासन और जांच की बात कही.
आश्वासन मिलने के बाद शांत हुआ मामलाः घटना के बाद सदर थाना प्रभारी घनश्याम मीणा. DSP सलेह मोहम्मद मय जाप्ते के अस्पताल पहुंचे और परिजनों को समझाइश दी. पूर्व विधायक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे. वहीं कुछ कांग्रेसी नेताओं ने शांतिपूर्वक विरोध करते हुए बिजली निगम कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने पर अड़े थे. पुलिस जांच के बाद मामला दर्ज करने की बात कह रही है. आखिर में बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता की ओर से आश्वासन मिलने के बाद मामला शांत हुआ. दूसरी ओर डीएसपी ने परिजनों से मिली रिपोर्ट के आधार पर बिजली निगम के लापरवाही बरतने वालो पर मामल दर्ज करने की बात की है.