टोंक. एसडीएम रतन लाल योगी के नेतृत्व में पुलिस और खनिज विभाग के साथ एसआईटी की टीम बनास के किनारे बसे चिरौंज गांव पहुंची. जहां बजरी माफियाओं ने अपना जंगल राज बिछा रखा है.
खुले आम मंदिर के पीछे और बनास रास्ते पर लगभग 8200 टन बजरी का अवैध स्टॉक जमा कर रखा गया है. जिसे हर रात में डंपरों में भरकर जयपुर भेजा जाता है. अब इस स्टॉक को जब्त पर पुलिस की तैनाती की गई है. मौके पर जब्त बजरी की नीलामी प्रक्रिया भी शुरू करने के आदेश जारी कर दिए गए है.
टोंक में माफियाओं के लिए बनास की बजरी मोटी कमाई का जरिया है. जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है. मामले को गंभीरता से लेते हुए बजरी माफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त नजर आ रही है.
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पिछले दिनों राजस्थान में मुख्य शाशन सचिव की कलेक्टर एसपी कोरफ्रेन्स में बजरी खनन को रोकने के लिए जारी निर्देशो ओर सख्ती के बाद जिला प्रसाशन टोंक ने एसआईटी में शामिल पांचों महकमो के साथ बैठक कर बजरी खनन पर सख्ती से पेश आने की राह पकड़ी है.