टोंक. राजस्थान में सियासी संग्राम के बीच कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन भी चरम पर है. जहां एक तरफ सचिन पायलट के समर्थक अशोक गहलोत और कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. वहीं दूसरी और अशोक गहलोत समर्थक भी पायलट के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को जिला मुख्यालय पर पांच बत्ती चौराहे पर कांग्रेस नेताओं ने सचिन पायलट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सचिन पायलट पर गहलोत सरकार गिराने का आरोप लगाया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि सचिन पायलट बीजेपी से जा मिले थे और अशोक गहलोत की सरकार गिराने की साजिश रच रहे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्होंने सचिन पायलट को वोट दिया था सरकार चलाने और विकास के लिए पर सचिन पायलट ने कांग्रेस के साथ ही गद्दारी की.
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आपको बता दें कि टोंक सचिन पायलट का विधानसभा क्षेत्र है. जहां से वो 2018 में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे. 2018 में 54 हजार वोटों से टोंक की जनता ने सचिन पायलट को जिताकर भेजा था. बुधवार को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में सचिन पायलट के खिलाफ गहलोत गुट के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया. वहीं सचिन पायलट के समर्थन में मंगलवार को जिलाध्यक्ष लक्ष्मण चौधरी सहित 59 नेताओ ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था.
राजस्थान में सियासी संग्राम में दोनों तरफ के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और इस्तीफे दिए जा रहे हैं. वहीं सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों से मिलन हरियाणा के आईटीसी ग्रैंड होटल पहुंचे हैं. बता दें कि सचिन पायलट के समर्थन में जो 18 विधायक हैं वो नूंह में स्थित आईटीसी ग्रैंड होटल में ठहरे हुए हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि पायलट भाजपा के साथ जाते हैं या कांग्रेस में ही बने रहेंगे या फिर कोई तीसरा मोर्चा बनाएंगे.