टोंक. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया. इस धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पर पहुंचे और प्रदर्शन के दौरान जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कांग्रेसियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की भी खूब धज्जियां उड़ाई.
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ऐसे में बीजेपी जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पराना कोतवाली थाना पहुंचे और कोरोना महामारी से संबंधित नियमों को तोड़ने वाले नेताओं के खिलाफ शिकायत की. उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज करने के लिए मांग की है. इस पर थानाधिकारी ने जांच की बात कही है. बता दें कि राजेन्द्र पराना ने कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित कई कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र पराणा ने शिकायत करते हुए बताया कि एक ओर देश-प्रदेश में कोरोना संक्रमण बरकरार है और इसकी रोकथाम के लिए शादी-समारोहों, त्योहारों और यहां तक कि मृत्यु होने पर भी लोगों की तय सीमा से अधिक एकत्रित नहीं होने पर पाबंदी लगी है. इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी की हुई है. लेकिन, सत्ताधारी कांग्रेस के नेताओं ने शनिवार को किए गए धरना-प्रदर्शन में सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करने के साथ ही आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं और धारा 144 का उल्लंघन किया हैं.
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बता दें कि टोंक में प्रदर्शन के दौरान कई कांग्रेसी नेताओं ने मास्क भी नहीं लगाए थे और सोशल डिस्टेंसिंग की नहीं करने के साथ ही एक ही जगह पर तय सीमा से अधिक संख्या में एकत्रित होकर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे. साथ ही बीजेपी नेताओं का ये भी कहना है कि कांग्रेसी नेताओं ने धरना-प्रदर्शन को लेकर प्रशासन से किसी प्रकार की अनुमति भी नहीं ली थी.