सादुलशहर (श्रीगंगानगर). जिले के सादुलशहर में बुधवार रात्रि करीब 9 बजे हनुमानगढ़ मार्ग स्थित 10 एसडीपी की ढाणी से एक मामला सामने आया है. दरअसल, ढाणी में घुसकर एक किसान से मारपीट की गई. इस मामले में लालगढ़ जाटान थाना पुलिस के एक हेड कांस्टेबल सहित 2 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
इस मामले को लेकर गुरुवार को ग्रामीणों और किसानों ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं भामाशाह ओम विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस थाना का घेराव किया, जिसके बाद मौके की सूचना पाकर एडिशनल एसपी सहीराम विश्नोई, ग्रामीण सीओ ओमप्रकाश पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की. लेकिन किसान तीनों दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग पर अड़े रहे.
इसके बाद एडिशनल एसपी के आग्रह पर ग्रामीणों का एक गुट ओम विश्नोई के नेतृत्व में एडिशनल एसपी से वार्ता करने के लिए पहुंचा. करीब डेढ़ घंटे तक चली इस वार्ता में सहमति बनी कि तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया जाए. इस पर एडिशनल एसपी ने हेड कांस्टेबल देशराज, कांस्टेबल संदीप और राजेश कुमार को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया.
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इसके साथ ही एडिशनल एसपी ने ग्रामीणों से 2 दिन का समय मांगा और कहा कि 2 दिन में विभागीय जांच कर तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया जाएगा. वहीं, ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर 2 दिनों में कानूनी कार्रवाई कर दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी.
क्या है पूरा मामला...
उल्लेखनीय है कि बुधवार को बस स्टैंड पर दो गुटों में आपसी विवाद हो गया था, जिसमें इलाके का गैंगस्टर विक्की सिहाग भी शामिल था. इस दौरान वह झगड़ा करने के बाद वहां से फरार हो गए, जिसको पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही थी. तभी पुलिस को सूचना मिली कि गैंगस्टर विक्की सिहाग हथियारों के साथ 10 एसडीपी की ढाणियों में छिपा हुआ है, जिसको पकड़ने के लिए रात में वहां पहुंचे तीनों पुलिसकर्मियों ने वहां सो रहे गणेशाराम गोदारा पुत्र चंदू राम के साथ मारपीट की. साथ ही उस पर आरोप लगाए कि उसने गैंगस्टर को छिपा रखा है.
इस बीच जैसे ही परिजन पहुंचे तो वहां से तीनों पुलिसकर्मी फरार हो गए. इसके बाद घायल को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया. इसके बाद देर रात समाज के लोगों ने थाने पर जमकर हंगामा किया. इस दौरान थाना प्रभारी कश्यप सिंह राघव ने पुलिसकर्मियों से हुई गलती पर माफी मांगते हुए समझाइश की. लेकिन उनकी मांग थी कि तीनों दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल रूप से सस्पेंड किया जाए.