डूंगरपुर: जिले की साइबर थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. साइबर थाना पुलिस ने एक साइबर ठग गिरोह का खुलासा करते हुए 3 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. साइबर ठगों ने एक ई-मित्र संचालक के खाते में ठगी की राशी ट्रांसफर करवाई थी. वहीं पुलिस ने ठगों के कब्जे से एक लग्जरी कार, 34 एटीएम, 12 सिम कार्ड, 6 मोबाइल, चार चेकबुक और चार बैंक पास बुक के साथ विदेशी परफ्यूम, घड़ियां और हुक्के जब्त किए हैं. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
डूंगरपुर जिले के साइबर थाने के थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बताया कि गत 8 जनवरी को बिलडी गांव निवासी अनिल कलाल ने अपने चचेरे भाई भावेश कलाल और उसके साथी कुलदीप कलाल व प्रदीप कलाल के खिलाफ एक रिपोर्ट थाने में दी थी. रिपोर्ट में बताया था कि उसके चचेरे भाई भावेश कलाल ने लोन की राशि का कहकर उसके खाते में 11 लाख रुपए ठगी के जमा करवाए थे. जिसके बाद उसका खाता बैंक ने फ्रिज कर दिया था. रिपोर्ट पर साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की, लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आ रहे थे.
वहीं एक आरोपी प्रदीप कलाल ने हाईकोर्ट से अपनी गिरफ्तारी पर स्टे ले रखा था. इधर सूचना पर साइबर थाना पुलिस ने डूंगरपुर निवासी आरोपी भावेश कलाल और उसके साथी विजेश कलाल और दीक्षित कलाल को गिरफ्तार किया. पुलिस ने साइबर ठगों के कब्जे से एक लग्जरी कार, 34 एटीएम, 12 सिम कार्ड, 6 मोबाइल, चार चेकबुक, चार बैंक पास बुक के साथ विदेशी परफ्यूम, घड़ियां और हुक्के जब्त किए हैं. थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने देशभर में लोगो से डिजिटल अरेस्ट, ई-ट्रेंडिंग, ऑनलाइन जॉब, साइबर बुलिंग के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है.