श्रीगंगानगर. चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में सदा सिरमोर रहने वाला श्रीगंगानगर जिला इस बार भी नसबंदी और पीपीआईयूसीडी सेवाओं में अव्वल रहा है. पिछ्ले दिनों राज्य स्तर पर चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिनमें श्रीगंगानगर जिला इन दोनों सेवाओं में पहला स्थान हासिल किया है. इसके लिए राज्य स्तर पर सराहना हुई है. वहीं अंतरा इंजेक्शन सेवाओं में सुधार के निर्देश दिए गए हैं. सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने विभागीय कार्मिकों और स्वास्थ्य विभाग की टीम को इस उपलब्धि का श्रेय दिया है.
सीएमएचओ ने कहा कि हर संभव प्रयास कर श्रीगंगानगर जिले को सभी स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट बनाएंगे. परिवार कल्याण कार्यक्रम देख रहे एसीएमएचओ ने बताया कि अप्रैल से नवंबर 19 तक की समीक्षा में श्रीगंगानगर जिले ने 9 हजार 120 लक्ष्यों के विपरीत 6 हजार 682 नसबंदी कर लक्ष्य हासिल कर लिया है और आगामी दिनों शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का प्रयास किया जाएगा. वहीं अब तक की समीक्षा में विभाग के 34 जिलों में श्रीगंगानगर जिला पहले स्थान पर रहा है. इसी तरह प्रसव पश्चात आईयूसीडी लगाने में भी श्रीगंगानगर पहले स्थान पर बना हुआ है.
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विभाग ने अब तक 5 हजार 048 महिलाओं के पीपीआईयूसीडी करीब 1 हजार 100 महिलाओं को अंतरा इंजेक्शन लगाया गया है और जल्द ही अन्य महिलाओं को इससे लाभान्वित किया जाएगा. परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियां जिले में की जा रही है. हाल ही में जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़े का आयोजन 4 दिसंबर तक आयोजित किया गया है. वहीं इस माह 48 परिवार कल्याण शिविर लगाए जा रहे हैं, जिसमें सीएचसी अनूपगढ़, जिला अस्पताल और पीएचसी मोरजनडा आदि में परिवार कल्याण शिविर लगाए जा रहे हैं.