श्रीगंगानगर. जिले के लालगढ़ थाने के सामने 9 वर्षीय बच्ची के शव के साथ पिछले तीन दिन से चला आ रहा धरना शनिवार देर शाम वार्ता के बाद समाप्त हो गया. वार्ता में थाना प्रभारी को हटाने (Lalgarh police station in charge removed), पीड़ित परिवार को 8 लाख रुपए मुआवजा देने, एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने पर सहमति बनी है.
इससे पहले सुबह ग्रामीणों ने मांगे नहीं माने जाने पर स्टेट हाइवे जाम कर दिया. जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. पुलिस को हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर के बीच यात्रा करने के लिए रुट को डायवर्ट करना पड़ा. जिससे वाहन चालकों को एक से डेढ़ घंटा अधिक सफर तय करना पड़ा. शाम तक कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन हर बार वार्ता विफल रही.
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देर शाम एडीएम हरीतिमा, अडिशनल एसपी सतनाम सिंह, सादुलशहर तहसीलदार पूनम कंवर, सीओ ग्रामीण भंवरलाल सहित धरने पर बैठे लोगो का शिष्टमंडल शामिल रहा.
इन मांगों पर बनी सहमतिः एडीएम हरीतिमा ने बताया की वार्ता में थाना प्रभारी तेजवंत सिंह सहित पांच पुलसीकर्मियो को हटाने, पीड़ित परिवार को आठ लाख मुआवजा देने, एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने पर सहमति बनी है. साथ ही केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने, धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कानूनी कार्रवाई नहीं करने पर सहमति बनी है.
यह था पूरा मामलाः ASP सतनाम सिंह ने बतया कि पकड़ा गया आरोपी बच्ची के परिवार का परिचित है. आरोपी उसे शराब के नशे में टॉफी दिलाने के बहाने मंगलवार शाम मोटरसाइकिल पर बैठा ले गया. आरोपी पहले बच्ची को मोटरसाइकिल पर घुमाता रहा इसके बाद वह बच्ची को श्मशान भूमि में ले गया और दुष्कर्म करने लगा. दुष्कर्म के दौरान बच्ची जब चीखने चिल्लाने लगी तो उसने बच्ची का गला दबा दिया और उसकी हत्या कर दी. यही नहीं उसने पास रखी ईंट से सिर पर वार किया. इसके बाद आरोपी फरार हो गया. अगले दिन दोपहर में स्थानीय नागरिकों की ओर से श्मशान भूमि में 9 वर्षीय मासूम बच्ची का लहूलुहान शव देखा गया और पुलिस को सूचना दी गई.