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सीवरेज की पाइप लाइन डालने के नाम उधेड़ दी 10 से अधिक कॉलोनियों की सड़क - श्रीगंगानगर न्यूज

श्रीगंगानगर में सीवरेज की पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई कर रही एलएनटी कंपनी ने एक दर्जन कॉलोनियों की सड़कों को उधेड़ कर रख दिया है, जिससे लोगों का रास्ते पर चलना भी मुश्किल हो गया है. बता दें कि एलएनटी ने 15 दिन में सड़क निर्माण का दावा किया था. लेकिन, शहर के हालत देखकर कंपनी के दावे खोखले साबित हो रहे हैं.

श्रीगंगानगर न्यूज, Sriganganagar news
सिवरेज बनी समस्या
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Published : Dec 21, 2019, 2:37 PM IST

श्रीगंगानगर. शहर में सीवरेज की पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई कर रही एलएनटी कंपनी ने एक दर्जन कॉलोनियों में कॉलोनियों की सड़कों को खोद कर रख दिया है. अब सड़कों पर वाहनों के साथ-साथ व्यक्ति का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.

सिवरेज बनी समस्या...

शहर की पूजा कॉलोनी, आनंद विहार कॉलोनी, गजानंद कॉलोनी, शंकर कॉलोनी, बैंक कॉलोनी, महावीर इंटरनेशनल कॉलोनी, मधुबन कॉलोनी, सरस्वती नगर सहित तमाम कॉलोनी पूरी तरह से खुदाई की जा चुकी है. कंपनी ने कुछ जगह मिट्टी डाली है लेकिन, अधिकतर सड़कें आज भी उखड़ी हुई है. हल्की बारिश के बाद इन कॉलोनियों में कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है.इस कारण इन सड़कों से आम व्यक्ति का निकलना ही मुश्किल हो रहा है.

यह भी पढ़ें : CM गहलोत ने काम नहीं करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए दी ये चेतावनी

सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढे में आए दिन कोई ना कोई गिरने से हादसा होता रहता है. शहर में आरयूआईडीपी ने साल 2012 में सीवरेज का निर्माण कार्य शुरू किया था. उस समय ठेका कम्पनी एलएनटी ने दावा किया था कि किसी भी कॉलोनी में सीवरेज पेयजल पाइपलाइन और चेंबर आदि के निर्माण के बाद 15 दिन में खोदी गई सड़क का पुनर्निर्माण कर दिया जाएगा. लेकिन, हालात यह है कि सीवरेज का कार्य कर रही ठेका फर्म एलएनटी ही अपने दावे पर खरी नहीं उतरी है.

यह भी पढ़ें- चूरूः खाटू श्याम की 195 किमी दण्डवत यात्रा कर लौटे भरत मिश्रा का भव्य स्वागत

जगह-जगह सड़कें खोद कर छोड़ दिए जाने से हालात बहुत खराब है, लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है. कंपनी ने सीवरेज के लिए सड़क खुदाई कर कार्य बीच में छोड़ रखा है. सीवरेज के कारण शहर के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी जिले के प्रभारी सचिव वैभव गालरिया ने जिले में संचालित सिवरेज निर्माण के लिए कई बार अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं. शहर की पेयजल योजना का नवीनीकरण और सुदृढ़ीकरण का कार्य तथा सीवरेज पाइप लाइन और सीवरेज पंपिंग स्टेशन इत्यादि का कार्य 10 वर्ष का संचालन में संधारण का कार्य होना है. नगर परिषद के 65 वार्ड हैं, जिनकी 2011 की जनगणना अनुसार कुल आबादी 2,37,780 व्यक्ति है. पेयजल और सीवरेज योजना साल 2046 तक की जनसंख्या पांच लाख पर अभिकलिप्त है.

श्रीगंगानगर. शहर में सीवरेज की पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई कर रही एलएनटी कंपनी ने एक दर्जन कॉलोनियों में कॉलोनियों की सड़कों को खोद कर रख दिया है. अब सड़कों पर वाहनों के साथ-साथ व्यक्ति का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.

सिवरेज बनी समस्या...

शहर की पूजा कॉलोनी, आनंद विहार कॉलोनी, गजानंद कॉलोनी, शंकर कॉलोनी, बैंक कॉलोनी, महावीर इंटरनेशनल कॉलोनी, मधुबन कॉलोनी, सरस्वती नगर सहित तमाम कॉलोनी पूरी तरह से खुदाई की जा चुकी है. कंपनी ने कुछ जगह मिट्टी डाली है लेकिन, अधिकतर सड़कें आज भी उखड़ी हुई है. हल्की बारिश के बाद इन कॉलोनियों में कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है.इस कारण इन सड़कों से आम व्यक्ति का निकलना ही मुश्किल हो रहा है.

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सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढे में आए दिन कोई ना कोई गिरने से हादसा होता रहता है. शहर में आरयूआईडीपी ने साल 2012 में सीवरेज का निर्माण कार्य शुरू किया था. उस समय ठेका कम्पनी एलएनटी ने दावा किया था कि किसी भी कॉलोनी में सीवरेज पेयजल पाइपलाइन और चेंबर आदि के निर्माण के बाद 15 दिन में खोदी गई सड़क का पुनर्निर्माण कर दिया जाएगा. लेकिन, हालात यह है कि सीवरेज का कार्य कर रही ठेका फर्म एलएनटी ही अपने दावे पर खरी नहीं उतरी है.

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जगह-जगह सड़कें खोद कर छोड़ दिए जाने से हालात बहुत खराब है, लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है. कंपनी ने सीवरेज के लिए सड़क खुदाई कर कार्य बीच में छोड़ रखा है. सीवरेज के कारण शहर के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी जिले के प्रभारी सचिव वैभव गालरिया ने जिले में संचालित सिवरेज निर्माण के लिए कई बार अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं. शहर की पेयजल योजना का नवीनीकरण और सुदृढ़ीकरण का कार्य तथा सीवरेज पाइप लाइन और सीवरेज पंपिंग स्टेशन इत्यादि का कार्य 10 वर्ष का संचालन में संधारण का कार्य होना है. नगर परिषद के 65 वार्ड हैं, जिनकी 2011 की जनगणना अनुसार कुल आबादी 2,37,780 व्यक्ति है. पेयजल और सीवरेज योजना साल 2046 तक की जनसंख्या पांच लाख पर अभिकलिप्त है.

Intro:श्रीगंगानगर : शहर में सीवरेज की पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई कर रही एलएनटी कंपनी ने एक दर्जन कालोनियों में कालोनियों की सड़कों को खोद कर रख दिया है। अब सड़कों पर वाहनों के साथ-साथ व्यक्ति का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।शहर की पूजा कॉलोनी,आनंद विहार कॉलोनी, गजानंद कॉलोनी,शंकर कॉलोनी, बैंक कॉलोनी, महावीर इंटरनेशनल कॉलोनी,मधुबन कॉलोनी, सरस्वती नगर सहित तमाम कॉलोनी पूरी तरह से खुदाई की जा चुकी है। कंपनी ने कुछ जगह मिट्टी डाली है लेकिन अधिकतर सड़कें आज भी उखड़ी हुई है। हल्की बारिश के बाद इन कालोनियों में कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है। इस कारण इन सड़कों से आम व्यक्ति का निकलना ही मुश्किल हो रहा है। सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढे में आए दिन कोई न कोई गिरने से हादसा होता रहता है।शहर में आरयूआईडीपी ने 2012में सीवरेज का निर्माण कार्य शुरू किया था। उस समय ठेका कम्पनी एलएनटी ने दावा किया था कि किसी भी कॉलोनी में सीवरेज पेयजल पाइपलाइन व चेंबर आदि के निर्माण के बाद 15 दिन में खोदी गई सड़क का पुनर्निर्माण कर दिया जाएगा,लेकिन हालात यह है कि सीवरेज का कार्य कर रही ठेका फर्म एलएनटी ही अपने दावे पर खरी नहीं उतरी है।जगह-जगह सड़कें खोद कर छोड़ दिए जाने से हालात बहुत खराब है लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है।कंपनी ने सीवरेज के लिए सड़क खुदाई कर कार्य बीच में छोड़ रखा है।सीवरेज के कारण शहर के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है।


Body:भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी जिले के प्रभारी सचिव वैभव गालरिया ने जिले में संचालित सिवरेज निर्माण के लिए कई बार अधिकारियो को फटकार लगा चुके है।श्रीगंगानगर शहर की पेयजल योजना का नवीनीकरण व सुदृढ़ीकरण का कार्य तथा सीवरेज पाइप लाइन व सीवरेज पंपिंग स्टेशन इत्यादि का कार्य 10 वर्ष का संचालन में संधारण का कार्य होना है। नगर परिषद के 65 वार्ड हैं। जिनकी 2011 की जनगणना अनुसार कुल आबादी 2,37,780 व्यक्ति है। पेयजल व सीवरेज योजना वर्ष 2046 तक की जनसंख्या पांच लाख पर अभिकलिप्त है।


Conclusion:सिवरेज बनी मुश्किल।
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