श्रीगंगानगर. पूर्व केंद्रीय मंत्री व जयपुर ग्रामीण से भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को राज्य की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासनकाल में प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है. आज राजस्थान महिला और दलित उत्पीड़न में पहले पायदान पर है. उन्होंने कहा कि इस सरकार में महिला विधायक भी सुरक्षित नहीं है तो आप आमजन की सुरक्षा की कल्पना स्वयं कर सकते हैं. इस दौरान राठौड़ ने पिछले दिनों वायरल हुए एक पोस्टर का जिक्र करते हुए कहा कि जो विधायक अब अपनी चुप्पी तोड़ रहे हैं, वे लोग पहले कहां थे. ऐसे में तो यही लग रहा है कि ये लोग बंटवारे के इंतजार में थे. इन्हें लग रहा था कि अभी नहीं तो कल मिलेगा, लेकिन जब कुछ नहीं मिला तो अब शोर मचाने लगे हैं.
तुष्टीकरण का लगाया आरोप - भाजपा सांसद ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार युवाओं से बेरोजगारी भत्ता के नाम पर मजाक किया गया. पेपर लीक मामले में भी आखिरकार केंद्रीय एजेंसियों को ही हस्तक्षेप करना पड़ा, तब जाकर पेपर लीक गिरोह में शामिल असल जिम्मेदारों तक कानून के हाथ पहुंचने लगे हैं. राठौड़ ने आगे गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने अपना वोट बैंक साधने के लिए तुष्टीकरण पर जोर दिया है.
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राजवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने राजस्थान सरकार को हर घर पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 29 हजार करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं. इसमें से राजस्थान सरकार महज 7 से 8 हजार करोड़ रुपए ही खर्च कर पाई है और वो भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए. वहीं, इस दौरान भाजपा सांसद ने केंद्र की योजनाओं खासकर प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस योजना का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार आमजन के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा भारी बहुमत से सत्ता में आने जा रही है. ऐसे में डबल इंजन की सरकार बनने से राजस्थान विकास की राह पर अग्रसर होगा.