श्रीगंगानगर. राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीगंगानगर की सचिव श्रीमती सुषमा पारीक ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गिरधारी लाल मेहरडा के साथ सोमवार को जिला मुख्यालय पर स्थित कोर्ट कैंपस श्रीगंगानगर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कोर्ट कैंपस का एक प्रवेश द्वार बंद कर रखा था. कोर्ट कैंपस में सभी आगंतुकों की इंफ्रारेड थर्मोमीटर से जांच की जा रही है.
हैंड फ्री सेनेटाइजर मशीन प्रयोग हेतु रखी गई है. कोर्ट कैंपस के मुख्य प्रवेश द्वार पर पुलिसकर्मी पक्षकारान की संख्या सुनिश्चित करने के लिए नियुक्त हैं. सचिव द्वारा कोर्ट कैंपस में जिन कर्मचारियों के मास्क नहीं पहने हुए थे, उन्हें मास्क का उपयोग करने हेतु निर्देशित किया है. मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को कोर्ट हेतु मांग के अनुसार मास्क, सेनेटाइजर आदि उपलब्ध करवाने हेतु निर्देशित किया है. इसके अलावा जिला मुख्यालय श्रीगंगानगर में स्थित तालुका न्यायालयों में अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ निरीक्षण किया गया.
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इसके साथ ही सचिव श्रीमती सुषमा पारीक ने कुंज विहार विस्तार पदमपुर रोड श्रीगंगानगर में स्थित राजकीय किशोर गृह का निरीक्षण भी किया. निरीक्षण के दौरान सचिव श्रीमती सुषमा पारीक ने किशोर बालकों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा. इस दौरान किशोर गृह में सभी बालकों के सुझाव दिए गए और सचिव द्वारा कोरोना महामारी के दौर में संक्रमण से बचाव हेतु सभी बालकों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया. निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 2 और परिवीक्षा अधिकारी सुश्री अंकित गर्ग मौजूद थीं.