श्रीगंगानगर. जल संसाधन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने की मांग को लेकर सोमवार को एक बार फिर से किसान आंदोलित हो गए हैं. गंगानहर के किसानों की बारियां खाली जाने को लेकर किसान संगठनों ने गंभीरता से लिया है.
सोमवार को गुरुद्वारा सिंह सभा में एक बैठक करते हुए किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि सिंचाई विभाग की भेदभाव पूर्ण नीति का अंत किया जाए. बैठक में किसानों को पूरा पानी देने की मांग करते हुए सिंचाई विभाग के नहरी तन्त्र में फैली अव्यवस्था को खतम किया जाए. किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी पानी वितरण करने में अपनी मनमर्जी कर रहे हैं. यही कारण है कि मांग के अनुसार वितरिकाओं में पानी उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है.
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किसानो ने आरोप लगाते हुए कहा कि अनेक किसान ऐसे हैं जिनकी दो-दो बारियां खाली चली गई है. जीजी माइनर के किसान सोमवार को गुरुद्वारा सिंह सभा में पहुंचे थे. इस संबंध में किसानों की बैठक हुई और किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों के भ्रष्टाचार का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. किसानों ने कहा कि गेहूं की फसल को पानी की आवश्यकता है और अधिकारियों की लापरवाही के चलते उनकी 2-2 सिंचाई बारियां खाली जा रही है. ऐसे में समय रहते सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो किसान जिला कलेक्ट्रेट पर पढ़ाव डालकर आंदोलन की शुरुआत करेंगे.