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श्रीगंगानगर: शिक्षा विभाग में हुए घोटाले के मामले में करोड़ों की सम्पतियां हुई अटैच - श्रीगंगानगर न्यूज

शिक्षक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा फर्जी बिल बनाकर किये गए 38 करोड़ रुपये घोटाले के मामले में रिमांड पर चल रहे श्यामलाल योगी और उसके बेटे तरुण के नाम से पुलिस ने करोड़ों रुपये कीमत की दुकान और कोठियां अटैच कर दी है. दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 19 नवंबर तक रिमांड पर लिया गया है. वहीं तीसरे गिरफ्तार रिश्तेदार भूपेंद्र योगी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

Education Department scam ShriGanga Nagar, शिक्षा विभाग घोटाला श्रीगंगानगर
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Published : Nov 19, 2019, 4:43 AM IST

Updated : Nov 19, 2019, 7:25 AM IST

श्रीगंगानगर. शिक्षा विभाग में शारीरिक शिक्षक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा फर्जी बिल तैयार कर 38 करोड़ रुपये घोटाले के मामले में रिमांड पर चल रहे वैशाली नगर निवासी श्यामलाल योगी और उसके बेटे तरुण योगी के नाम से पुलिस ने करोड़ों रुपये की कीमत की दुकान और कोठियां अटैच कर दी है. दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 19 नवंबर तक रिमांड पर लिया गया है. वहीं तीसरे गिरफ्तार फाजिल्का के सिवाना निवासी रिश्तेदार भूपेंद्र योगी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. आरोपी श्यामलाल योगी की पुत्री और साडू की पुत्री की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है.

करोड़ो की सम्पतियां हुई अटैच
जांच अधिकारी थाना प्रभारी रणजीत सिंह सेवदा ने बताया कि आरोपी श्यामलाल की सूचना पर सुखाड़िया शॉपिंग सेंटर स्थित 15 गुणा 30 फीट साइज की दो मंजिला दुकान, नंद विहार कॉलोनी में 60 गुणा 30 फीट में दो मंजिला निर्माणाधीन मकान और वैशाली नगर में 60 गुणा 20 फीट आकार के भूखंड में निर्माणाधीन दो मंजिला मकान को मुकदमे में अटैच कर दिया गया है. आरोपी तरुण कुमार की सूचना पर वैशाली नगर में ही 60 गुणा 20 फीट अकार के निर्मित दो मंजिला मकान को भी इसी मुकदमे में अटैच किया गया है. चारों भवनों की कुल कीमत करीब डेढ करोड़ रुपए अंकित जा रही है.

पढ़ें- श्रीगंगानगर में Dengue से युवक की मौत के बाद प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ दायर हुई अवमानना याचिका

थानाअधिकारी ने बताया कि मुकदमे में गिरफ्तार आरोपी श्यामलाल की बेटियों की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है. इस मामले में आरोपी पीटीआई ओम प्रकाश शर्मा ने श्यामलाल उसके बेटे तरुण योगी और रिश्तेदार भूपेंद्र योगी के करीब 18 बैंक खातों में 6 करोड़ जमा करवाए थे. इन तीनों आरोपियों ने भी हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी लेकिन कोर्ट से इनको राहत नहीं मिली. इस पर तीनों ने स्थानीय अदालत में समर्पण कर दिया था. फिलहाल पुलिस आरोपियों से ओर गहनता से पूछताछ कर रही है.

श्रीगंगानगर. शिक्षा विभाग में शारीरिक शिक्षक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा फर्जी बिल तैयार कर 38 करोड़ रुपये घोटाले के मामले में रिमांड पर चल रहे वैशाली नगर निवासी श्यामलाल योगी और उसके बेटे तरुण योगी के नाम से पुलिस ने करोड़ों रुपये की कीमत की दुकान और कोठियां अटैच कर दी है. दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 19 नवंबर तक रिमांड पर लिया गया है. वहीं तीसरे गिरफ्तार फाजिल्का के सिवाना निवासी रिश्तेदार भूपेंद्र योगी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. आरोपी श्यामलाल योगी की पुत्री और साडू की पुत्री की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है.

करोड़ो की सम्पतियां हुई अटैच
जांच अधिकारी थाना प्रभारी रणजीत सिंह सेवदा ने बताया कि आरोपी श्यामलाल की सूचना पर सुखाड़िया शॉपिंग सेंटर स्थित 15 गुणा 30 फीट साइज की दो मंजिला दुकान, नंद विहार कॉलोनी में 60 गुणा 30 फीट में दो मंजिला निर्माणाधीन मकान और वैशाली नगर में 60 गुणा 20 फीट आकार के भूखंड में निर्माणाधीन दो मंजिला मकान को मुकदमे में अटैच कर दिया गया है. आरोपी तरुण कुमार की सूचना पर वैशाली नगर में ही 60 गुणा 20 फीट अकार के निर्मित दो मंजिला मकान को भी इसी मुकदमे में अटैच किया गया है. चारों भवनों की कुल कीमत करीब डेढ करोड़ रुपए अंकित जा रही है.

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थानाअधिकारी ने बताया कि मुकदमे में गिरफ्तार आरोपी श्यामलाल की बेटियों की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है. इस मामले में आरोपी पीटीआई ओम प्रकाश शर्मा ने श्यामलाल उसके बेटे तरुण योगी और रिश्तेदार भूपेंद्र योगी के करीब 18 बैंक खातों में 6 करोड़ जमा करवाए थे. इन तीनों आरोपियों ने भी हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी लेकिन कोर्ट से इनको राहत नहीं मिली. इस पर तीनों ने स्थानीय अदालत में समर्पण कर दिया था. फिलहाल पुलिस आरोपियों से ओर गहनता से पूछताछ कर रही है.

Intro:श्रीगंगानगर : शिक्षा विभाग में शारीरिक शिक्षक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा फर्जी बिल बनाकर किये गए 38 करोड़ रुपये घोटाले के मामले में रिमांड पर चल रहे वैशाली नगर निवासी श्यामलाल योगी और उसके बेटे तरुण योगी के नाम से पुलिस ने करोड़ों रुपये की कीमत की दुकान और कोठियां अटैच कर दी है।दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 19 नवंबर तक रिमांड पर लिया गया है।वहीं तीसरे गिरफ्तार फाजिल्का के सिवाना निवासी रिश्तेदार भूपेंद्र योगी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।आरोपी श्यामलाल योगी की पुत्री और साडू की पुत्री की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है।




Body:जांच अधिकारी पुरानी आबादी थाना प्रभारी रणजीत सिंह सेवदा ने बताया कि आरोपी श्यामलाल की सूचना पर सुखाड़िया शॉपिंग सेंटर स्थित 15 गुणा 30 फीट साइज की दो मंजिला दुकान,नंद विहार कॉलोनी में 60 गुणा 30 फीट में दो मंजिला निर्माणाधीन मकान और वैशाली नगर में 60 गुणा 20 फीट आकार के भूखंड में निर्माणाधीन दो मंजिला मकान को मुकदमे में अटैच कर दिया गया है।आरोपी तरुण कुमार की सूचना पर वैशाली नगर में ही
60 गुणा 20 फीट अकार के निर्मित दो मंजिला मकान को भी इसी मुकदमे में अटैच किया गया है।चारों भवनों की कुल कीमत करीब डेढ करोड रुपए अंकित जा रही है। रणजीत सेवदा ने बताया कि मुकदमे में गिरफ्तार आरोपी श्यामलाल की बेटियों की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है। इस मामले में आरोपी पीटीआई ओम प्रकाश शर्मा ने श्यामलाल उसके बेटे तरुण योगी और रिश्तेदार भूपेंद्र योगी के करीब 18 बैंक खातों में 6 करोड़ जमा करवाए थे।इन तीनों आरोपियों ने भी हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी लेकिन कोर्ट से इनको राहत नहीं मिली। इस पर तीनों ने स्थानीय अदालत में समर्पण कर दिया था।फिलहाल पुलिस आरोपियों से ओर गहनता से पूछताछ कर रही है।

बाइट : रणजीत सेवदा,थानाधिकारी


Conclusion:38 करोड़ के घोटाले में पुलिस ने की सम्पतिया अटैच।
Last Updated : Nov 19, 2019, 7:25 AM IST
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