श्रीगंगानगर. शिक्षा विभाग में शारीरिक शिक्षक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा फर्जी बिल तैयार कर 38 करोड़ रुपये घोटाले के मामले में रिमांड पर चल रहे वैशाली नगर निवासी श्यामलाल योगी और उसके बेटे तरुण योगी के नाम से पुलिस ने करोड़ों रुपये की कीमत की दुकान और कोठियां अटैच कर दी है. दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 19 नवंबर तक रिमांड पर लिया गया है. वहीं तीसरे गिरफ्तार फाजिल्का के सिवाना निवासी रिश्तेदार भूपेंद्र योगी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. आरोपी श्यामलाल योगी की पुत्री और साडू की पुत्री की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है.
पढ़ें- श्रीगंगानगर में Dengue से युवक की मौत के बाद प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ दायर हुई अवमानना याचिका
थानाअधिकारी ने बताया कि मुकदमे में गिरफ्तार आरोपी श्यामलाल की बेटियों की हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत हो चुकी है. इस मामले में आरोपी पीटीआई ओम प्रकाश शर्मा ने श्यामलाल उसके बेटे तरुण योगी और रिश्तेदार भूपेंद्र योगी के करीब 18 बैंक खातों में 6 करोड़ जमा करवाए थे. इन तीनों आरोपियों ने भी हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी लेकिन कोर्ट से इनको राहत नहीं मिली. इस पर तीनों ने स्थानीय अदालत में समर्पण कर दिया था. फिलहाल पुलिस आरोपियों से ओर गहनता से पूछताछ कर रही है.