ETV Bharat / state

श्रीगंगानगर CMHO ने किया कोविड केंद्रों का निरीक्षण, प्रबंधन को मरीजों को लेकर दिए निर्देश

author img

By

Published : May 8, 2021, 7:28 AM IST

श्रीगंगानगर में सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने कोविड केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो. साथ ही सीएमएचओ ने कोरोना रिकवर मरीजों को फिर से टेस्ट न करवाने की अपील की है.

Sriganganagar News, राजस्थान न्यूज
श्रीगंगानगर CMHO का कोविड केंद्रों का निरीक्षण

श्रीगंगानगर. सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने विभिन्न कोविड केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कोविड केंद्रों पर मरीजों को पर्याप्त सुविधा मुहैया हो और उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसको लेकर शुक्रवार को अन्य कोविड केयर केंद्र स्थापित करने को लेकर भी तैयारियों का जायजा लिया.

सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि चूनावढ़ में 60 बेड के दो कोविड केंद्र शुरू किए गए हैं. यहां शिक्षा विभाग के परिसर शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में 40 बेड का कोविड केयर सेंटर और चूनावढ़ सीएचसी परिसर में 20 बेड का डेडिकेटड कोविड हॉस्पीटल संचालित किया जा रहा है. शुक्रवार को निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया, जो सुचारू मिली. इसी तरह निजी चिकित्सालय जनसेवा में स्थित डेडिकेटड कोविड हॉस्पीटल का निरीक्षण किया गया. यहां उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से वार्ता कर फीडबैक लिया. वहीं संबंधित स्टाफ और प्रबंधन को निर्देश दिए कि मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.

कोरोना रिकवर मरीजों को फिर से टेस्ट न करवाने की अपील

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और लगातार आवश्यक गतिविधियां की जा रही है. इस बीच विभाग की ओर से आमजन को अपील की गई है कि वे कोरोना पॉजिटिव से स्वस्थ्य होने पर पुन: टेस्ट न करवाएं, यह आवश्यक नहीं है. वहीं अनावश्यक सीटी स्कैन और अन्य जांचों से भी परहेज करने की सलाह दी गई है. जिससे शारीरिक और आर्थिक नुकसान से बचा जा सके.

यह भी पढ़ें. कोरोना डेडीकेटेड अस्पताल इलाज के लिए नहीं कर सकेंगे मना, डे-केयर की सुविधा शुरू करने के निर्देश

सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने बताया कि जन स्वास्थ्य निदेशक की ओर से जारी निर्देशानुसार भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर सैंपलिंग के लिए एडवाइजरी जारी की है. जिसके अनुसार एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद रोगी के स्वस्थ होने पर पुन: टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं है. जो आरटीपीसीआर पॉजिटिव रोगी अस्पताल में भर्ती है, उनका डिस्चार्ज से फिर टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं है.

यह भी पढ़ें: अस्पतालों के गलत प्रबंधन के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर जबाव-तलब

साथ ही कोविड19 केसेज की वर्तमान स्थिति के दौरान जिन रोगियों में बुखार, खांसी के साथ बुखार, सिर दर्द, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, स्वाद और खुशबु की क्षमता खोना, थकान और दस्त के लक्षण पाए जाएं, ऐसे मरीज को कोविड-19 संदिग्ध रोगी माना जाए, जब तक की कोई अन्य रोगी की पुष्टि ना हो. वहीं सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने आमजन से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से सीटी स्केन, लैब जांच आदि न करवाएं. किसी भी तरह के लक्षण होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या कार्मिक से संपर्क करें. जरूरी होने पर ही चिकित्सक से संपर्क करें और यदि चिकित्सक जांच के लिए कहे तो ही जांच करवाएं अन्यथा कोई जांच की आवश्यकता नहीं है.

श्रीगंगानगर. सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने विभिन्न कोविड केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कोविड केंद्रों पर मरीजों को पर्याप्त सुविधा मुहैया हो और उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसको लेकर शुक्रवार को अन्य कोविड केयर केंद्र स्थापित करने को लेकर भी तैयारियों का जायजा लिया.

सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि चूनावढ़ में 60 बेड के दो कोविड केंद्र शुरू किए गए हैं. यहां शिक्षा विभाग के परिसर शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में 40 बेड का कोविड केयर सेंटर और चूनावढ़ सीएचसी परिसर में 20 बेड का डेडिकेटड कोविड हॉस्पीटल संचालित किया जा रहा है. शुक्रवार को निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया, जो सुचारू मिली. इसी तरह निजी चिकित्सालय जनसेवा में स्थित डेडिकेटड कोविड हॉस्पीटल का निरीक्षण किया गया. यहां उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से वार्ता कर फीडबैक लिया. वहीं संबंधित स्टाफ और प्रबंधन को निर्देश दिए कि मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.

कोरोना रिकवर मरीजों को फिर से टेस्ट न करवाने की अपील

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और लगातार आवश्यक गतिविधियां की जा रही है. इस बीच विभाग की ओर से आमजन को अपील की गई है कि वे कोरोना पॉजिटिव से स्वस्थ्य होने पर पुन: टेस्ट न करवाएं, यह आवश्यक नहीं है. वहीं अनावश्यक सीटी स्कैन और अन्य जांचों से भी परहेज करने की सलाह दी गई है. जिससे शारीरिक और आर्थिक नुकसान से बचा जा सके.

यह भी पढ़ें. कोरोना डेडीकेटेड अस्पताल इलाज के लिए नहीं कर सकेंगे मना, डे-केयर की सुविधा शुरू करने के निर्देश

सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने बताया कि जन स्वास्थ्य निदेशक की ओर से जारी निर्देशानुसार भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर सैंपलिंग के लिए एडवाइजरी जारी की है. जिसके अनुसार एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद रोगी के स्वस्थ होने पर पुन: टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं है. जो आरटीपीसीआर पॉजिटिव रोगी अस्पताल में भर्ती है, उनका डिस्चार्ज से फिर टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं है.

यह भी पढ़ें: अस्पतालों के गलत प्रबंधन के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर जबाव-तलब

साथ ही कोविड19 केसेज की वर्तमान स्थिति के दौरान जिन रोगियों में बुखार, खांसी के साथ बुखार, सिर दर्द, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, स्वाद और खुशबु की क्षमता खोना, थकान और दस्त के लक्षण पाए जाएं, ऐसे मरीज को कोविड-19 संदिग्ध रोगी माना जाए, जब तक की कोई अन्य रोगी की पुष्टि ना हो. वहीं सीएमएचओ डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने आमजन से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से सीटी स्केन, लैब जांच आदि न करवाएं. किसी भी तरह के लक्षण होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या कार्मिक से संपर्क करें. जरूरी होने पर ही चिकित्सक से संपर्क करें और यदि चिकित्सक जांच के लिए कहे तो ही जांच करवाएं अन्यथा कोई जांच की आवश्यकता नहीं है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.