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श्रीगंगानगर में सूर्य ग्रहण का दिखा अद्भुत नजारा, शोधकर्ताओं ने लिए Ring of Fire के फोटोग्राफ्स

साल का पहला सूर्य ग्रहण समाप्त हो चुका है. इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान देश में कई जगह सूर्य के किनारे का गोलाकर भाग कुछ समय के लिए रिंग के रूप में दिखाई दिया, जिसे 'रिंग ऑफ फायर' (Ring of Fire) कहते हैं. श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ में भी यह नजारा देखा गया.

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सूर्य ग्रहण का दिखा अद्भुत नजारा
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Published : Jun 21, 2020, 6:00 PM IST

सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). साल का पहला और सबसे लंबा वलयाकार सूर्य ग्रहण रविवार को देखा गया. जिसमें चंद्रमा ने सूरज के 99 प्रतिशत हिस्से को ढक लिया. इस अद्भुत घटना का केंद्र राजस्थान का सूरतगढ़ भी रहा. जहां पर सूर्य ग्रहण का नजारा देखने के लिए देश भर के खगोल वैज्ञानिक और ज्योतिष प्रेमी पिछले 2 दिनों से डेरा डाले हुए थे. रविवार सुबह से ही खगोल वैज्ञानिक इस अद्भुद नजारे को कैमरों में कैद करने के लिए डटे रहे.

सूर्य ग्रहण का दिखा अद्भुत नजारा

इसका अध्ययन करने के लिए लेकर खगोल वैज्ञानिकों ने टेलिस्कोप का सहारा लिया. सुबह करीब 12.52 पर वह वक्त आ गया, जब चंद्रमा ने सूरज को पूरा ढक दिया. जिसकी वजह से सूरज कंकणाकृति या कहें फायर रिंग के रूप में नजर आया. यह नजारा करीब 30 सेकंड तक रहा. सूर्य ग्रहण के इस अद्भुत नजारे को देखकर खगोल वैज्ञानिकों और ज्योतिष प्रेमियों के साथ आमजन भी आश्चर्य से भर गया.

यह भी पढे़ं- जयपुर: सूर्य ग्रहण को लेकर ज्योतिषाचार्य मुकेश भारद्वाज से बातचीत, जनिए क्या कहा...

इस नजारे का अध्ययन करने के लिए पुणे से सूरतगढ़ पहुंचे शोधकर्ता सारग ने बताया कि यह नजारा सदियों में कभी कभार देखने को मिलता है. उन्होंने इस घटना को जिंदगी का यादगार क्षण बताया. वहीं, शोधकर्ता सारग ने बताया कि ऐसा सूर्यग्रहण अब 2031 में साउथ में दिखेगा, लेकिन वहां केवल 20 प्रतिशत ही दिखाई देगा. वहीं. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों का मानना है कि सूर्य ग्रहण के बाद करोना वायरस खत्म हो जाएगा, ऐसा नहीं है.

बता दें कि 21 जून यानी रविवार को पूरे भारत में वलयाकार सूर्य ग्रहण लगा, जो सुबह 10:15 बजे प्रारंभ हुआ. वहीं, दोपहर 1:44 बजे ग्रहण समाप्त हो गया, साथ ही रविवार का दिन पूरे साल का सबसे लंबा दिन माना गया.

सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). साल का पहला और सबसे लंबा वलयाकार सूर्य ग्रहण रविवार को देखा गया. जिसमें चंद्रमा ने सूरज के 99 प्रतिशत हिस्से को ढक लिया. इस अद्भुत घटना का केंद्र राजस्थान का सूरतगढ़ भी रहा. जहां पर सूर्य ग्रहण का नजारा देखने के लिए देश भर के खगोल वैज्ञानिक और ज्योतिष प्रेमी पिछले 2 दिनों से डेरा डाले हुए थे. रविवार सुबह से ही खगोल वैज्ञानिक इस अद्भुद नजारे को कैमरों में कैद करने के लिए डटे रहे.

सूर्य ग्रहण का दिखा अद्भुत नजारा

इसका अध्ययन करने के लिए लेकर खगोल वैज्ञानिकों ने टेलिस्कोप का सहारा लिया. सुबह करीब 12.52 पर वह वक्त आ गया, जब चंद्रमा ने सूरज को पूरा ढक दिया. जिसकी वजह से सूरज कंकणाकृति या कहें फायर रिंग के रूप में नजर आया. यह नजारा करीब 30 सेकंड तक रहा. सूर्य ग्रहण के इस अद्भुत नजारे को देखकर खगोल वैज्ञानिकों और ज्योतिष प्रेमियों के साथ आमजन भी आश्चर्य से भर गया.

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इस नजारे का अध्ययन करने के लिए पुणे से सूरतगढ़ पहुंचे शोधकर्ता सारग ने बताया कि यह नजारा सदियों में कभी कभार देखने को मिलता है. उन्होंने इस घटना को जिंदगी का यादगार क्षण बताया. वहीं, शोधकर्ता सारग ने बताया कि ऐसा सूर्यग्रहण अब 2031 में साउथ में दिखेगा, लेकिन वहां केवल 20 प्रतिशत ही दिखाई देगा. वहीं. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों का मानना है कि सूर्य ग्रहण के बाद करोना वायरस खत्म हो जाएगा, ऐसा नहीं है.

बता दें कि 21 जून यानी रविवार को पूरे भारत में वलयाकार सूर्य ग्रहण लगा, जो सुबह 10:15 बजे प्रारंभ हुआ. वहीं, दोपहर 1:44 बजे ग्रहण समाप्त हो गया, साथ ही रविवार का दिन पूरे साल का सबसे लंबा दिन माना गया.

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