श्रीगंगानगर. जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर बसी 27 जीजी ग्राम पंचायत में पानी की किल्लत को देखते हुए अब ग्रामीण शुद्ध पानी के लिए पंचायत में जल स्रोत तैयार करने की मांग करने लगे हैं. ग्रामीणों की मानें तो ग्राम पंचायत में पीने के पानी की सुविधा नहीं होने से गर्मियों के दिनों में बहुत परेशानी उठानी पड़ती है. गर्मी में पीने के पानी के लिए लोगों को टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ता है. ऐसे में ग्रामीणों ने पंचायत में जल स्रोत तैयार करने की मांग उठाई है.
ग्राम पंचायत 27 जीजी के 8 जी बड़ी के ग्रामीणों ने मांग रखते हुए तालाब की खुदाई करवाने के लिए सरपंच से गुहार लगाई है. जिस पर सरपंच अर्जुन राजपाल ने ईटीवी भारत की मुहिम से जुड़ने का ऐलान किया है. 27 जीजी ग्राम पंचायत में यूं तो नहरों का पानी आता है लेकिन पंजाब से आ रहे दूषित पानी को देखते हुए लोग अब इस पानी को पीना नहीं चाहते हैं. पानी दूषित इतना कि पीने योग्य भी नहीं है. गलती से कोई इस पानी को पीने के इस्तेमाल में अगर ले तो बीमारी की जकड़ में आना स्वभाविक है.
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स्वभाविक है ग्राम पंचायत में दूषित पानी के चलते ग्रामीणों ने शुद्ध पेयजल के लिए आवाज उठाई है. 27 जीजी ग्राम पंचायत के 8 जी छोटी के गांव में पानी की भारी किल्लत होने से अब यहां के लोग प्राचीन जल स्रोत तैयार करने की मांग कर रहे हैं. गांव के लोगों की माने तो पंचायत में ऐसा कोई तालाब नहीं है जिससे बारिश का शुद्ध पानी एकत्रित करके गर्मियों में पीने के इस्तेमाल में लिया जा सके. ऐसे में अब ग्रामीण सरपंच से तलाब खुदवाने की मांग कर रहे हैं. गांव की महिलाएं कह रही है कि गांव में तालाब खुदवाया जाए. जिससे यहां के लोगों को शुद्ध पानी पीने को मिलेगा.
ग्राम पंचायत के 8 जी छोटी गांव में कोई शुद्ध जल का स्रोत नहीं होने के चलते यहां के लोग अब तालाब खोदने की मांग कर रहे हैं. ईटीवी भारत की 'बिन पानी सब सून' मुहिम से जुड़ने की बात कहते हुए गांव के सरपंच अर्जुन राजपाल कहते हैं कि ईटीवी भारत की मुहिम से प्रेरणा मिली है. जिसके कारण अब पंचायत के आठ जी छोटी गांव में तालाब खुदवाई की योजना बनाई जा रही है.
तालाब खोदने के लिए गांव के सरपंच जगह की तलाश कर रहे हैं ताकि वहां से लोगों को पानी की उपलब्धता आसानी से हो सके और दूषित पानी से ग्रामीणों का बचाव हो.