श्रीगंगानगर. मेहनत मजदूरी करने के लिए दूसरे जिलों में गए श्रमिक लॉकडाउन की वजह से श्रीगंगानगर जिले में वापस लौटने लगे हैं. वहीं यहां पहुंच रहे श्रमिकों की संबंधित प्रशासनिक अमले की ओर से जांच करवाई जा रही है, जिसमें संदिग्धों होने पर क्वॉरेंटाइन भी किया जा रहा है. नागौर जिले के मेड़ता सिटी से आई बस में करीब 29 लोग सवार होकर श्रीगंगानगर पहुंचे हैं. इस बस में छोटे बच्चे भी थे. ये सभी लोग जिले के अलग-अलग स्थानों के रहने वाले हैं. वहीं टीम को बुलाकर इन लोगों की जांच करवाई गई है.
बाहरी जिलों में काम करने के लिए गए श्रमिक वापस लौट रहे हैं, लेकिन ये इन श्रमिकों की हिस्ट्री क्या है, इसकी जानकारी प्रशासन भी नही जुटा पा रहा है. मेड़ता सिटी से पहुंची निजी ट्रेवल्स की बस में 29 लोग सवार थे. यह सभी मार्च महीने में वहां मजदूरी करने के लिए गए थे. काम ना मिलने के चलते इन लोगों को वहां खाने, पीने और रहने की समस्या हो गई है, जिसके चलते वहां के स्थानीय प्रशासन ने इन्हे अपने घरों की तरफ रवाना कर दिया है.
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श्रीगंगानगर तक परमिशन होने के चलते इन लोगों को आगे जाने में दिक्कत हो रही है. इसके बाद जिला प्रशासन ने इनकी आगे की व्यवस्था के लिए प्रयास शुरू किए है. नागौर से बस में आए 29 लोगों में से 17 विजयनगर कस्बे के अलग-अलग क्षेत्र के 7 लोग पुरानी आबादी के और 4 सादुलशहर कस्बे के रहने वाले हैं. ऐसे में अब जिला प्रशासन इनके स्वास्थ्य की जांच और स्क्रीनिंग करके इन्हें अपने घरों में भेजेगी. जहां पर स्थानीय प्रशासन इन को होम क्वॉरेंटाइन की अवधि के दौरान इन पर निगरानी रखेगा.