सिरोही. राजस्थान के सिरोही जिले में बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार बारिश के कारण कई मार्गों का सम्पर्क टूट गया है. जिले के माउंट आबू में सबसे अधिक 120 एमएम करीब 5 इंच बारिश सोमवार रात में हुई. बारिश से नक्कीलेक सहित अन्य बांधों और झरनों में पानी की तेज आवक हुई है. आबूरोड में हुई मूसलाधार बारिश के बाद (River Drains Full) नदी-नाले उफान पर हैं. चित्तौड़गढ़ में भी बांधे लबालब हो चुकी हैं. जिसके कारण जिला कलेक्टर ने आसपास के लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, कई मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आबूरोड से रेवदर मार्ग पर झाबुआ और गोमती नदी में बगेरी और चनार बांध के ओवरफ्लो होने से नदी अपने आवेश से बह रहा है. जिसके चलते मार्ग अवरुद्ध हो गया है. रेवदर से आबूरोड आने और जाने वाले लोग फंस गए हैं. पानी के उतरने के बाद ही (Heavy Rain in Sirohi) आवजाही शुरू हो पाएगी. उधर मामले की जानकारी मिलने पर गिरवर चौकी पुलिस टीम मौके पर मौजूद है जो लोगों को रपट से दूर रहने की अपील कर रही है.
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गिरवर सहित को गांवों का झाबुआ के तेज बहने से सम्पर्क टूट गया है. गांव में स्कूल जाने वाले मार्ग पर बना पुलिए के टूटने की खबर है. प्रशासन लगातार लोगों से बहते पानी से दूर रहने की अपील कर रहा है. उधर रेवदर से आबूरोड स्कूल आने वाले बच्चे मार्ग में फंसे हुए हैं, जिन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्वरूपगंज के रोहिड़ा में सुकली नदी पर तेज पानी आने से दर्जनों गांव का सम्पर्क कट गया है. सुकली नदी में एक महिला बह गई थी. गनीमत रही कि आगे पेड़ टकराकर अटक गई. जिसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने उसे बाहर निकाला. इसी प्रकार मुनिया बांध में पानी आने से मेर मांडवड़ा नदी पूरे उफान के साथ बह रही है, जिससे कृष्णगंज जाने वाला मार्ग अवरुद्ध हो गया है.
चित्तौड़गढ़ के गंभीरी नदी में वेग बढ़ने की संभावना: जिले में पिछले 4-5 दिन से मानसून सक्रिय है. इसके चलते जिले के सबसे बड़े बांध गंभीरी और घोसुंडा बांध के गेट खोले गए हैं. जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल दोपहर बाद गंभीरी डैम पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इस दौरान बांध के आठ वर्टिकल गेट 2-2 फीट खोल दिए गए. उन्होंने नदी के बहाव क्षेत्र के किनारों पर बसे लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए.
जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार शर्मा ने बताया कि बांध की भराव क्षमता 1942 मिलियन घन फिट है. प्रति सेकेंड 17 हजार 105 घनफीट पानी की निकासी की जा रही है. इसके चलते मंगलवार रात तक चित्तौड़गढ़ शहर के बीच से निकल रही गंभीरी नदी में पानी का वेग बढ़ने की संभावना है. शहर की पेयजल की दृष्टि से लाइफलाइन माने जाने वाले घोसुंडा बांध भी पूरी तरह से लबालब हो चुका है. 423 आरएल के मुकाबले बांध का जलस्तर 422 आरएल क्रॉस कर गया. अभी भी पानी की आवक बनी हुई है.