सिरोही. राजस्थान के एक मात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में एक फिर से मौसम ने करवट ली है. बुधवार को एकाएक मौसम का मिजाज बदला और आसमान में काले बादल छाने लगे. देखते ही तेज बारिश का दौर शुरू हो गया. माउंट आबू में तेज बारिश के साथ ही जमकर ओलावृष्टि हुई. भारी मात्रा में बर्फ गिरने से पहाड़ों पर मानो बर्फ की चादर बिछ गई. माउंट आबू पहुंचे पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया.
अरावली की सबसे ऊंची चोटी गुरु शिखर पर जमकर ओले गिरे. पहाड़ों के चारों ओर बर्फ की सफेद चादर बिछी देखने को मिली. एक तरफ जहां बर्फबारी से मौसम सुहाना हो गया है तो इस बर्फबारी के चलते फसलों को नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है.
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कश्मीर बना माउंट आबू - हिल स्टेशन माउंट आबू पर हुई जबरदस्त ओलावृष्टि के बाद चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आने लगी. बर्फ से ढंके मकान और चट्टान देख कश्मीर जैसा नजारा दिख रहा था. वहीं, तेज बारिश और ओलावृष्टि के बाद तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है. माउंट आबू में ठिठुरन का दौर एक बार फिर से देखने को मिल रहा है.
जिले के अन्य हिस्सों में भी हुई बारिश और ओलावृष्टि : हिल स्टेशन माउंट आबू के साथ ही सिरोही जिले के पिंडवाड़ा, अजारी और स्वरूपगंज में भी बारिश के साथ ओले गिरे हैं. ओले गिरने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं. ओलो से खड़ी फसल को नुकसान होने का अनुमान जताया जा रहा है. वह आबूरोड में भी हल्की बारिश का दौर देखा गया, जिसके बाद उमस से लोगों को राहत मिली.
धौलपुर में भी बदला मौसम का मिजाज : प्रदेश में एक बार फिर से सक्रिय हुए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण बुधवार को धौलपुर जिले के राजाखेड़ा उपखंड के आधा दर्जन से अधिक गांव में बादलों की तेज गड़गड़ाहट और हवा के साथ बारिश व ओले गिरने की जानकारी सामने आई है. उपखंड के गांव बरसला, कठूमरा, घुरैया खेड़ा, गढराई, महदपुरा भूरा आदि गांव में तेज हवा के साथ बारिश व ओले गिरने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. एक बार फिर से सक्रिय हुए पक्षिमी विक्षोभ के कारण राजाखेड़ा उपखंड के आधा दर्जन से अधिक गांव में बादलों की तेज गड़गड़ाहट के साथ करीब 20 मिनट तक चने के आकार से बड़े आकार के ओले गिरने की जानकारी सामने आई है. इसी के साथ करीब 50 मिनट तक बारिश होने से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है.
बारिश और ओले से रबी की फसल को पहुंचा नुकसान : मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण तेज हवा के साथ बारिश और ओले गिरने से रबी की फसल सरसों, गेहूं और आलू में भारी नुकसान पहुंचा है. वहीं, इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. गौरतलब है कि इस समय किसानों द्वारा खेतों में सरसों की कटाई के साथ आलू की फसल की खुदाई का कार्य किया जा रहा था. किसान सुबह से लेकर शाम तक खेतों में कड़ी मशक्कत कर फसल की लामडी में लगे हुए थे. ऐसे में अचानक बारिश और ओले गिरने से फसल को काफी नुकसान पहुंचा है, जिससे फसल के उत्पादन पर भी काफी विपरीत प्रभाव पड़ेगा.