सिरोही. लॉकडाउन के बीच सिरोही जिले सहित प्रदेश के प्रवासी मजदूर गुजरात सहित अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं. जिनको लाने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं. जिसको लेकर रविवार को सिरोही जिले और गुजरात के अधिकारी के बीच बैठक हुई. इस बैठक में राजस्थान के मजदूरों और प्रवासियों को किस प्रकार से गुजरात से निकालकर राजस्थान की सीमा तक लाया जाए उसको लेकर चर्चा की गई. वहीं चर्चा के बाद उनको लाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है. जिसके लिए राज्य बॉर्डर पर टेंट लगाकर के अस्थाई डिपो बनवाया गया है.
मजदूरों को लाने के लिए प्रशासन ने 100 बसों की मांग की है. जिससे बॉर्डर से उन्हें अपने घर तक भेजा जाएगा. यह बसें आबू रोड, सिरोही, फालना और पाली डिपो की हैं. वहीं बॉर्डर पर अस्थाई रूप से टेंट लगाकर डिपो बनाया गया है और हर जिले के लिए उसमें अलग काउंटर भी बनाए गए हैं. इसी के साथ टेंट लगाकर रजिस्ट्रेशन काउंटर ,स्क्रीनिंग काउंटर और नाश्ता और भोजन के काउंटर सहित अन्य व्यवस्था की गई हैं. वहीं बॉर्डर पर मजदूरों को लेकर अतिरिक्त 150 पुलिस के जवानों को लगाया गया है और बॉर्डर की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.
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इसी बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी एएनएम और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी बॉर्डर पर लगाई गई है. जो गुजरात से आने वाले प्रवासी मजदूरों का स्क्रीनिंग और जांच करेगी. जिसके बाद उन्हें राजस्थान में प्रवेश दिया जाएगा. वहीं जांच के बाद प्रवासीयों को बस से अपने अपने घर छोड़ा जाएगा. जहां 14 दिन तक होम आइसोलेशन में रखा जाएगा.