सिरोही. देश भले ही इस आधुनिकता की चकाचौंध ने डिजिटल इंडिया के सपने संजोए रहा हो पर देश के कई ग्रामीण इलाकों में रूढ़िवादिता मान्यताएं पीछा नहीं छोड़ रही है. ऐसा ही एक मामला सिरोही जिले स्वरूपगंज में देखने को मिला है. जहां दो महिलाओं को पड़ोस में रहने वाले घर में बीमारी फैलने के कारण उन दोनों महिला को डायन बता गया और घर छोड़ने पर मजबूर किया गया.
सरूपगंज थाना क्षेत्र का है जहां महिला द्वारा उसके व उसके परिजनों को गांव से बाहर निकाले जाने का मामला सामने आया है. महिला ने कोर्ट के जरिए मामला दर्ज करवाया कि पड़ोस में रहने वाले एक परिवार ने उसके परिवार की एक महिला वह उसको डायन बताकर गांव से बाहर करने पर मजबूर किया है दोनों ही महिलाएं आपस में देवरानी जेठानी लगती है.
यह है मामला
पीड़ित महिला ने न्यायालय में परिवाद पेश किया है जिस में उसने बताया है कि वह एक तांत्रिक के पास गई थी. जहां तांत्रिक ने बीमारी का कारण परिवादी उसे और उसकी जेठानी को बताया. तांत्रिक ने कहा कि ये दोनों महिलाएं डायन हैं. सब इनकी वजह से हो रहा है और कहा कि जब तक ये दोनों महिलाएं गांव में रहेगी बीमारी फैलती रहेगी.
इस बात को लेकर पड़ोसी पिछले चार-पांच माह से परेशान कर रहे हैं. वे महिलाओं को गांव छोड़ने पर मजबूर कर रहे हैं. साथ ही जमीन बेचकर पैसा वसूलने की धमकी दे रहे हैं. जिसके चलते पीड़ित महिलाओं ने न्यायालय में परिवाद पेश किया है. परिवादी ने कोर्ट को बताया कि 30 अप्रैल को आसाराम व रमेश ने मजदूरी से लौटे उसके पति पर हमला कर उसे घायल कर दिया था. महिला के परिवाद पर न्यायालय ने मामला दर्ज करने का आदेश दिए जिस पर स्वरूपगंज में थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं इससे पूर्व परिवादी महिला ने थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक के चक्कर लगाए पर मामला दर्ज नहीं हुआ जिस पर उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी पूरे मामले पर पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.