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सिरोही में डायन बताकर दो महिलाओं को परिजनों ने घर से निकाला बाहर

सिरोही में एक तांत्रिक ने दो महिलाओं ने घर से बाहर निकलने पर परिजन मजबूर हो गए. ग्रामीणों के बढ़ते दबाव के चलते उन्हें कठोर कदम उठाना पड़ा. अब पीड़ित महिलाओं ने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई है.

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Published : Jun 6, 2019, 10:19 PM IST

सिरोही में डायन बताकर दो महिलाओं को परिजनों ने घर से निकाला बाहर

सिरोही. देश भले ही इस आधुनिकता की चकाचौंध ने डिजिटल इंडिया के सपने संजोए रहा हो पर देश के कई ग्रामीण इलाकों में रूढ़िवादिता मान्यताएं पीछा नहीं छोड़ रही है. ऐसा ही एक मामला सिरोही जिले स्वरूपगंज में देखने को मिला है. जहां दो महिलाओं को पड़ोस में रहने वाले घर में बीमारी फैलने के कारण उन दोनों महिला को डायन बता गया और घर छोड़ने पर मजबूर किया गया.

सिरोही में डायन बताकर दो महिलाओं को परिजनों ने घर से निकाला बाहर

सरूपगंज थाना क्षेत्र का है जहां महिला द्वारा उसके व उसके परिजनों को गांव से बाहर निकाले जाने का मामला सामने आया है. महिला ने कोर्ट के जरिए मामला दर्ज करवाया कि पड़ोस में रहने वाले एक परिवार ने उसके परिवार की एक महिला वह उसको डायन बताकर गांव से बाहर करने पर मजबूर किया है दोनों ही महिलाएं आपस में देवरानी जेठानी लगती है.

यह है मामला
पीड़ित महिला ने न्यायालय में परिवाद पेश किया है जिस में उसने बताया है कि वह एक तांत्रिक के पास गई थी. जहां तांत्रिक ने बीमारी का कारण परिवादी उसे और उसकी जेठानी को बताया. तांत्रिक ने कहा कि ये दोनों महिलाएं डायन हैं. सब इनकी वजह से हो रहा है और कहा कि जब तक ये दोनों महिलाएं गांव में रहेगी बीमारी फैलती रहेगी.

इस बात को लेकर पड़ोसी पिछले चार-पांच माह से परेशान कर रहे हैं. वे महिलाओं को गांव छोड़ने पर मजबूर कर रहे हैं. साथ ही जमीन बेचकर पैसा वसूलने की धमकी दे रहे हैं. जिसके चलते पीड़ित महिलाओं ने न्यायालय में परिवाद पेश किया है. परिवादी ने कोर्ट को बताया कि 30 अप्रैल को आसाराम व रमेश ने मजदूरी से लौटे उसके पति पर हमला कर उसे घायल कर दिया था. महिला के परिवाद पर न्यायालय ने मामला दर्ज करने का आदेश दिए जिस पर स्वरूपगंज में थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं इससे पूर्व परिवादी महिला ने थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक के चक्कर लगाए पर मामला दर्ज नहीं हुआ जिस पर उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी पूरे मामले पर पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.

सिरोही. देश भले ही इस आधुनिकता की चकाचौंध ने डिजिटल इंडिया के सपने संजोए रहा हो पर देश के कई ग्रामीण इलाकों में रूढ़िवादिता मान्यताएं पीछा नहीं छोड़ रही है. ऐसा ही एक मामला सिरोही जिले स्वरूपगंज में देखने को मिला है. जहां दो महिलाओं को पड़ोस में रहने वाले घर में बीमारी फैलने के कारण उन दोनों महिला को डायन बता गया और घर छोड़ने पर मजबूर किया गया.

सिरोही में डायन बताकर दो महिलाओं को परिजनों ने घर से निकाला बाहर

सरूपगंज थाना क्षेत्र का है जहां महिला द्वारा उसके व उसके परिजनों को गांव से बाहर निकाले जाने का मामला सामने आया है. महिला ने कोर्ट के जरिए मामला दर्ज करवाया कि पड़ोस में रहने वाले एक परिवार ने उसके परिवार की एक महिला वह उसको डायन बताकर गांव से बाहर करने पर मजबूर किया है दोनों ही महिलाएं आपस में देवरानी जेठानी लगती है.

यह है मामला
पीड़ित महिला ने न्यायालय में परिवाद पेश किया है जिस में उसने बताया है कि वह एक तांत्रिक के पास गई थी. जहां तांत्रिक ने बीमारी का कारण परिवादी उसे और उसकी जेठानी को बताया. तांत्रिक ने कहा कि ये दोनों महिलाएं डायन हैं. सब इनकी वजह से हो रहा है और कहा कि जब तक ये दोनों महिलाएं गांव में रहेगी बीमारी फैलती रहेगी.

इस बात को लेकर पड़ोसी पिछले चार-पांच माह से परेशान कर रहे हैं. वे महिलाओं को गांव छोड़ने पर मजबूर कर रहे हैं. साथ ही जमीन बेचकर पैसा वसूलने की धमकी दे रहे हैं. जिसके चलते पीड़ित महिलाओं ने न्यायालय में परिवाद पेश किया है. परिवादी ने कोर्ट को बताया कि 30 अप्रैल को आसाराम व रमेश ने मजदूरी से लौटे उसके पति पर हमला कर उसे घायल कर दिया था. महिला के परिवाद पर न्यायालय ने मामला दर्ज करने का आदेश दिए जिस पर स्वरूपगंज में थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं इससे पूर्व परिवादी महिला ने थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक के चक्कर लगाए पर मामला दर्ज नहीं हुआ जिस पर उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी पूरे मामले पर पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.

Intro: डायन बताकर घर से निकाला बाहर पुलिस के काटे चक्कर नहीं किया मामला दर्ज तो कोर्ट के जरिए करवाया मामला दर्ज
एंकर देश भले ही इस आधुनिकता की चकाचौंध ने डिजिटल इंडिया के सपने संजोए रहा हो पर देश के कई ग्रामीण इलाकों में रूढ़िवादिता मान्यताएं पीछा नहीं छोड़ रही है ऐसा ही एक मामला सिरोही जिले स्वरूपगंज में देखने को मिला जहां आपरी खेड़ा गांव में रहने वाली दो महिलाओं को पड़ोस में रहने वाले घर में बीमारी फैलने के कारण उन दोनों महिला को डायन बता गया और घर छोड़ने पर मजबूर किया गया।


Body: सिरोही जिले के सरूपगंज थाना क्षेत्र के आपरीखेड़ा गांव में एक महिला द्वारा उसके व उसके परिजनों को गांव से बाहर निकाले जाने का मामला सामने आया है महिला ने कोर्ट के जरिए मामला दर्ज करवाया कि पड़ोस में रहने वाले एक परिवार ने उसके परिवार की एक महिला वह उसको डायन बताकर गांव से बाहर करने पर मजबूर किया है दोनों ही महिलाएं आपस में देवरानी जेठानी लगती है ।
यह है मामला
आपरी खेड़ा निवासी एक महिला ने न्यायालय में परिवाद पेश कर बताया कि नगाबातों की फली आवरी खेड़ा निवासी आसाराम पुत्र नवाराम गरासिया की बहन ,रमेश पुत्र प्रथाजी गरासिया की पत्नी व हुसा पुत्र अंबाजी गरासिया की पुत्रवधू बीमार होने पर काछोली में तांत्रिक के पास गई जहां तांत्रिक ने बीमारी का कारण परिवादी वह उसकी जेठानी को बताया और कहा कि यह दोनों महिलाएं डायन हैं सब इनकी वजह से हो रहा है और कहां की जब तक यह दोनों महिलाएं गांव में रहेगी बीमारी फैलती रहेगी इस बात को लेकर पड़ोसी पिछले चार-पांच माह से परेशान कर रहे हैं और गांव छोड़ने पर मजबूर कर रहे हैं साथ ही जमीन बेचकर पैसा वसूलने की धमकी दे रहे हैं वहीं परिवादी ने बताया कि 30 अप्रैल को आसाराम व रमेश ने मजदूरी से लौटे उसके पति पर हमला कर उसे घायल कर दिया था।


Conclusion: महिला के परिवाद पर न्यायालय ने मामला दर्ज करने का आदेश दिए जिस पर स्वरूपगंज में थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है वहीं इससे पूर्व परिवादी महिला ने थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक के चक्कर लगाए पर मामला दर्ज नहीं हुआ जिस पर उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ी पूरे मामले पर पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है ।

बाइट पीडित महिला

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