सिरोही. राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कृषि विस्तार के आत्मा परियोजना सभागार में जिला प्रशासन के साथ बाल अधिकारों से संबंधित मुद्दों पर अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में चर्चा करते संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.बैठक में लैगिंक अपराधों से बालक संरक्षण अधिनियम 2012 और शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 के जिले में प्रभावी क्रियान्वयन, चाईलड हेल्पलाईन 1098 का प्रचार कर प्रत्येक विद्यालय एवं बाल वाहिनी पर हेल्पलाईन अंकित करने, नवीन किशोर गृह अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन, आंगनवाडी केन्द्रों में बच्चों के पोषण की स्थिति और जिले में बाल श्रम उन्मूलन की समीक्षा की गई.
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग में आंगनवाड़ी केन्द्रों के अधिकाधिक बच्चों को जोड़ कर उन्हे सुपोषण उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए. श्रम विभाग की ओर से किये गये कार्याें की सराहना की एवं बाल श्रम के लिये जागरूकता कार्यक्रम को नियमित करने के निर्देश दिये. देश प्रदेश में बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं के मद्देनजर शिक्षा विभाग की ओर से बालिकाओं एवं उनके अभिभावकों को शनिवार के दिन गुड टच और बेड टच की मूवी दिखाने की बात कहीं. जिससे उनमें जागरूकता पैदा हो और वे सभी सतर्क रहें.
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जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए आयोग की अध्यक्षा को आवश्वस्त किया कि संबंधित विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए आपके दिए गए निर्देशों की पालना सुनिश्चित करेंगे. जिला पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाश टांक ने बाल अधिकारों के संबंध में आवश्यक जानकारी दी. बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर गितेश श्रीमालवीय, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी कालूराम खौड, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक बाबूलाल गरासिया, बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक राजेन्द्र पुरोहित, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कल्पना राणावत, श्रम, चिकित्सा, शिक्षा और संबंधित विभागों के अधिकारीगण तथा सदस्य हनुमानसिंह आढा, दरजिंग राम पुरोहित, किशोर न्याय बोर्ड सदस्य श्री गजेन्द्र सिंह देवड़ा, एवं बाल अधिकारी विभाग से परिवीक्षा अधिकारी राजाराम चैधरी एवं स्टाफ कन्हैयालाल, दिलीप धवल, वसीम खान, जितेन्द्र कुमार, प्रिंस सिंह, गोविन्द सिंह, भानाराम, रमेश कुमार, श्रवण कुमार, छगन कुमार, निर्मला, इन्द्रा देवी आदि मौजूद थे.