ETV Bharat / state

नशा मुक्ति केंद्र मामलाः नशीली दवा के उपयोग और धोखाधड़ी में दो गिरफ्तार - sikar news updates

नशा मुक्ति केंद्र पर नशीली दवाओं के उपयोग और धोखाधड़ी के दो आरोपियों को सोमवार को पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार किया है. ये आरोपी नीमकाथाना क्षेत्र के सिरोही नदी गांव में नशा मुक्ति केंद्र का संचालन करते थे.

drug use case in neem ka thana, नीम का थाना में नशा मुक्ति केंद्र पर छापा
author img

By

Published : Aug 13, 2019, 9:35 PM IST

नीमकाथाना (सीकर). क्षेत्र के सिरोही नदी गांव में के नशा मुक्ति केंद्र पर नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को कोटा से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले में हरियाणा के पानीपत निवासी तेजवीर सिंह और महेन्द्रगढ़ के डेहरोली निवासी सत्यवीर यादव को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ 14 अप्रैल को औषधी नियंत्रण अधिनियम और धोखाधडी के प्रकरण में नीम काथाना थाने में मामला दर्ज किया गया था. आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया है. कोर्ट ने पुलिस को छान-बीन के लिए 3 दिन का समय दिया है.

नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले गिरफ्तार

पढ़ें-सीकर : सड़क किनारे सो रहे मजदूर को ट्रक ने कुचला, हत्या की आशंका

आरोप है कि नीम काथाना के सिरोही नदी गांव में तेजवीर सिंह और सत्यवीर यादव नवज्योति नशा मुक्ति केंद्र में आए मरीजों को नशीली दवाएं देते थे. पुलिस और चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने 14 अप्रैल को नशा मुक्ति केंद्र पर छापेमारी की थी. इस कार्रवाई के दौरान नशा मुक्ति केंद्र पर बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं पकड़ी थी. सब इंस्पेक्टर कैलाश चंद्र मीना ने बताया कि औषधी नियंत्रण अधिनियम और धोखाधड़ी के प्रकरण में तेजवीर सिंह मलिक और सत्यवीर यादव को गिरफ्तार किया गया है.

पढ़ें-सीकर में स्वतंत्रा दिवस की तैयारियां पूरी, परेड का हुआ रिहर्सल

उन्होंने बताया कि केंद्र पर भर्ती मरीजों से नशा छुड़वाने की एवज में प्रतिमाह 8 हजार रुपए लिए जाते थे. यहां मरीजों को केंद्र से बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं थी. आरोपियों ने नशा मुक्ति केंद्र को सोसायटी के नाम से रजिस्टर्ड करवा रखा था. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर नशीली दवाओं का पूरा ब्यौरा जुटा रही है. दोनों आरोपी कोटा व हरियाणा में भी नशा मुक्ति केंद्र संचालित कर चुके हैं.

नीमकाथाना (सीकर). क्षेत्र के सिरोही नदी गांव में के नशा मुक्ति केंद्र पर नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को कोटा से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले में हरियाणा के पानीपत निवासी तेजवीर सिंह और महेन्द्रगढ़ के डेहरोली निवासी सत्यवीर यादव को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ 14 अप्रैल को औषधी नियंत्रण अधिनियम और धोखाधडी के प्रकरण में नीम काथाना थाने में मामला दर्ज किया गया था. आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया है. कोर्ट ने पुलिस को छान-बीन के लिए 3 दिन का समय दिया है.

नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले गिरफ्तार

पढ़ें-सीकर : सड़क किनारे सो रहे मजदूर को ट्रक ने कुचला, हत्या की आशंका

आरोप है कि नीम काथाना के सिरोही नदी गांव में तेजवीर सिंह और सत्यवीर यादव नवज्योति नशा मुक्ति केंद्र में आए मरीजों को नशीली दवाएं देते थे. पुलिस और चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने 14 अप्रैल को नशा मुक्ति केंद्र पर छापेमारी की थी. इस कार्रवाई के दौरान नशा मुक्ति केंद्र पर बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं पकड़ी थी. सब इंस्पेक्टर कैलाश चंद्र मीना ने बताया कि औषधी नियंत्रण अधिनियम और धोखाधड़ी के प्रकरण में तेजवीर सिंह मलिक और सत्यवीर यादव को गिरफ्तार किया गया है.

पढ़ें-सीकर में स्वतंत्रा दिवस की तैयारियां पूरी, परेड का हुआ रिहर्सल

उन्होंने बताया कि केंद्र पर भर्ती मरीजों से नशा छुड़वाने की एवज में प्रतिमाह 8 हजार रुपए लिए जाते थे. यहां मरीजों को केंद्र से बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं थी. आरोपियों ने नशा मुक्ति केंद्र को सोसायटी के नाम से रजिस्टर्ड करवा रखा था. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर नशीली दवाओं का पूरा ब्यौरा जुटा रही है. दोनों आरोपी कोटा व हरियाणा में भी नशा मुक्ति केंद्र संचालित कर चुके हैं.

Intro:नीमकाथाना (सीकर)
नीमकाथाना के सिरोही नदी में पुलिस व चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमार कार्रवाई करते हुए नशा मुक्ति केंद्र पर बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं पकड़ी थी. केंद्र पर नशा छुड़वाने के लिए भर्ती मरीजों को नशीली दवा खिलाई जाती थी. पुलिस ने हरियाणा निवासी दो आरोपियों को नामजद किया था. दोनों आरोपी कोटा व हरियाणा में भी नशा मुक्ति केंद्र संचालित कर चुके हैं.Body:नशा छुड़वाने के लिए नशीली दवाओं का उपयोग करने व धोखाधड़ी के मामले में सदर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी कोटा व हरियाणा में भी ऐसे केंद्रों का संचालन कर चुके हैं. सब इंस्पेक्टर कैलाश चंद्र मीना ने बताया कि औषधी नियंत्रण अधिनियम व धोखाधडी के प्रकरण में कोटा से पानीपत हरियाणा निवासी तेजवीर सिंह मलिक व महेन्द्रगढ़ के डेहरोली निवासी सत्यवीर यादव को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया है. दरअसल, पुलिस व चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने सिरोही नदी स्थित नवज्योति नशा मुक्ति केंद्र पर 14 अप्रेल को छापा मारा था. केंद्र पर भर्ती मरीजों से नशा छुड़वाने की एवज में प्रतिमाह 8 हजार रूपएं लिया जाता था. यहां मरीजों को तलघर में कैदी की तरह रखा जाता था. उनको केंद्र से बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं थी. इलाज के लिए मरीजों को नशीली दवाएं दी जाती थी. पुलिस व चिकित्सा विभाग की टीम को केंद्र से बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं मिली थी. आरोपियों ने नशा मुक्ति केंद्र को सोसायटी के नाम से रजिस्टर्ड करवा रखा था. मामले में पुलिस ने आधुनिक चिकित्सा परिषद अधिनियम एवं धोखाधडी में मामला दर्ज किया कर जांच शुरू की थी. कार्रवाई में सदर सीआई कमल कुमार, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ.मुकेश डिग्रवाल एवं जिला औषधी नियंत्रण अधिकारी माधवसिंह शामिल हुए थे. जांच के बाद सब इंस्पेक्टर कैलाशचंद्र मीणा ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर नशीली दवाओं का पूरा ब्यौरा जुटा रही है.Conclusion:नीमकाथाना के सिरोही नदी में पुलिस व चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमार कार्रवाई करते हुए नशा मुक्ति केंद्र पर बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं पकड़ी थी. केंद्र पर नशा छुड़वाने के लिए भर्ती मरीजों को नशीली दवा खिलाई जाती थी. पुलिस ने हरियाणा निवासी दो आरोपियों को नामजद किया था. दोनों आरोपी कोटा व हरियाणा में भी नशा मुक्ति केंद्र संचालित कर चुके हैं.

बाइट 1- सब इंस्पेक्टर कैलाश चंद्र मीणा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.