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निकाय चुनाव: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की नगरपालिका में फिर बराबरी पर रहा मुकाबला...भाजपा से आगे निकले निर्दलीय

निकाय चुनाव के परिणाम आने शुरू हो गए हैं. सीकर में कांग्रेस को सभी निकायों में बढ़त मिली है, लेकिन कहीं भी पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. सात नगरपालिकाओं में कांग्रेस को 260 वार्डों में से 99 वार्डों मेंं जीत मिली है.

Municipality election results in Sikar, सीकर में नगर पालिका चुनाव परिणाम
सीकर में निकाय चुनाव परिणाम
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Published : Jan 31, 2021, 3:50 PM IST

सीकर. जिले की सात नगरपालिकाओं में चुनावों के नतीजे जारी हो चुके हैं. जिले की बात करें तो सभी निकायों में कांग्रेस को बढ़त मिली है लेकिन एक भी निकाय में पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. जिले की सातों नगरपालिकाओं की बात करें तो 260 वार्डों में से कांग्रेस को 99 वार्डों में जीत मिली है और भाजपा को 71 सीटें मिली हैं. जबकि 90 वार्डों में निर्दलीयों की जीत हुई है.

सीकर में निकाय चुनाव परिणाम

जिले की सबसे हॉट सीट लक्ष्मणगढ़ में एक बार फिर मुकाबला बराबरी पर रहा है. यहां 40 वार्डों में से कांग्रेस और भाजपा को 14 14 सीटें मिली हैं और 12 सीट निर्दलीय के खाते में गई है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने एक बार फिर खुद की नगरपालिका में बोर्ड बनाने की चुनौती खड़ी हो गई है. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा जिले भर में दांव पर रहेगी. खंडेला और रींगस में महादेव सिंह खंडेला तो श्रीमाधोपुर में पूर्व विधानसभाध्यक्ष दीपेंद्र सिंह के सामने बड़ी चुनौती रहेगी.

पढे़ं: किसान आंदोलन के विरोध में बहरोड़ के 84 गांवों की महापंचायत शुरू

लोसल में भी कांग्रेस को बढ़त मिली है लेकिन यहां भी बहुमत मिला है. ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता परसराम मोरदिया के सामने भी चुनौती है. कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश महासचिव हाकम अली हालांकि अपनी दोनों नगरपालिकाओं रामगढ़ व फतेहपुर में पार्टी को बढ़त दिलाने में कामयाब रहे लेकिन यहां भी निर्दलीय के बिना बोर्ड नहीं बनेगा.

जिले की सातों नगर पालिकाओं का रिपोर्ट कार्ड

रामगढ़ शेखावाटी: यहां पर 35 वार्ड हैं और इन वार्डों में 26250 वोटर थे जिनमें से 75.21 प्रतिशत ने मतदान किया था. यहां चुनाव के लिए 107 प्रत्याशी मैदान में थे. कांगेस ने 33 वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे. वहीं भाजपा ने 17 प्रत्याशी उतारे थे. इनमें से कांग्रेस को 14 सीटें मिली हैं और भाजपा को 13 सीटें मिली हैं. 8 वार्डों में निर्दलीय विजयी रहे हैं. यहां बहुमत के लिए 18 सीटों की जरूरत है. ऐसे में निर्दलियों की भूमिका अहम रहेगी.

पढे़ं: राजसमंद निकाय चुनाव में कांग्रेस ने मारी बाजी, 18 सीटों पर सिमटी भाजपा

फतेहपुर शेखावाटी: जिले की सबसे बड़ी नगरपालिका में 55 वार्ड हैं. यहां 71236 मतादाता हैं और 72.51 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां 190 प्रत्याशी मैदान में थे. कांग्रेस ने 49 और भाजपा ने 28 वार्डों में टिकट दिए थे. चुनाव के नतीजों में यहां कांग्रेस को 25 सीटें मिले हैं और भाजपा को 17 सीटों पर जीत मिली है. 13 सीटें निर्दलीय के खाते में गई हैं. यहां कांग्रेस बहुमत के करीब है लेकिन बिना निर्दलीय के बोर्ड बनाना मुश्किल है.

लक्ष्मणगढ़: यहां पर 40 वार्ड हैं जिनमें 43451 मतदाता हैं और यहां 76 प्रतिशत मतदान हुआ था. कांग्रेस ने 34 वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे और भाजपा 22 में चुनाव लड़ रही थी. यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों को 14 14 सीटें मिली हैं और 12 सीटों पर निर्दलीय को जीत मिली है। यहां कांग्रेस और भाजपा दोनों ही जोड़ तोड़ में जुटे हैं और जिसको निर्दलीय का साथ मिलेगा उसी का बोर्ड बनेगा.

लोसल : यहां पर 35 वार्ड हैं जिनमें 20546 मतदाता हैं और 83.35 प्रतिशत मतदान हुआ था. कांग्रेस यहां 26 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी, वहीं भाजपा ने 21 प्रत्याशी उतारे थे. चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 16 सीटें मिली हैं और भाजपा को 8 सीटें ही मिल पाई हैं. 11 निर्दलीय चुनाव जीतकर आए हैं. यहां भी कांग्रेस बहुमत के करीब है लेकिन निर्दलीयों का सहयोग लेना पड़ेगा.

पढे़ं: डूंगरपुर निकाय परिणाम: 27 सीटों पर जीत के साथ 7वीं बार खिला कमल, यहां कांग्रेस भी चमकी

खंडेला: जिले की सबसे छोटी नगरपालिका है और यहां 25 वार्ड हैं. यहां पर 17519 मतदाता हैं और 77.76 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां कांग्रेस 20 और भाजपा 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 9 सीट मिली हैं और भाजपा को 3 सीट ही मिली हैं. यहां 13 सीट निर्दलीय के खाते में गई हैं और निर्दलीय भी बोर्ड बना सकते हैं.

रींगस : यहां पर 35 वार्ड हैं जिनमें 19111 मतदाता हैं और 87.42 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां पर कांग्रेस 21 और भाजपा 18 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. चुनाव के नतीजों में निर्दलीय ने बड़ा उलटफेर किया है और 23 सीटें निर्दलीय को मिली है. कांग्रेस को 8 और भाजपा को महज 4 सीट ही मिल पाई हैं. यहां भी दोनों ही पार्टियों के सामने निर्दलीय को साधना बड़ी चुनौती है.

पढे़ं: पाली में सात नगर निकाय चुनाव की मतगणना हुई शुरू...

श्रीमाधोपुर: यहां भी 35 वार्ड हैं जिनमें 24367 मतदाता हैं और 81.64 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां पर कांग्रेस ने सभी वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे और भाजपा 33 वार्डों में चुनाव लड़ रही थी. चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 13 और भाजपा को 12 सीटें मिली हैं। 10 सीट पर निर्दलीय जीतकर आए हैं और इन्हीं के सहयोग से बोर्ड बनेगा.

यह है सबसे रोचक जीत

खंडेला में वार्ड 10 में कांग्रेस के विजय और निर्दलीय राकेश दोनों को 234-234 वोट मिले. इसके बाद लॉटरी से फैसला हुआ जिसमें कांग्रेस के विजय चुनाव जीत गए. फतेहपुर के वार्ड 13 से निर्दलीय अल्ताफ कुरैशी एक वोट से चुनाव जीत गए.

पालिकाध्यक्ष के कई बड़े दावेदार चुनाव हारे

लक्ष्मणगढ़ में कांग्रेस के निर्वतमान पालिका उपाध्यक्ष शाकिर सोलंकी चुनाव हार गए. खंडेला से कांग्रेस में पालिकाध्यक्ष के प्रबल दावेदार उमेश गोयल चुनाव हार गए. फतेहपुर में कांग्रेस से पूर्व पालिकाध्यक्ष महफूज बानो चुनाव हार गई. फतेहपुर में ही भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामनिवास सैनी चुनाव हार गए. यहीं से भाजपा के जिला उपाध्यक्ष इस्लाम खान के परिवार से तीन सदस्यों से चुनाव लड़ा था और तीनों ही हार गए.

सीकर. जिले की सात नगरपालिकाओं में चुनावों के नतीजे जारी हो चुके हैं. जिले की बात करें तो सभी निकायों में कांग्रेस को बढ़त मिली है लेकिन एक भी निकाय में पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. जिले की सातों नगरपालिकाओं की बात करें तो 260 वार्डों में से कांग्रेस को 99 वार्डों में जीत मिली है और भाजपा को 71 सीटें मिली हैं. जबकि 90 वार्डों में निर्दलीयों की जीत हुई है.

सीकर में निकाय चुनाव परिणाम

जिले की सबसे हॉट सीट लक्ष्मणगढ़ में एक बार फिर मुकाबला बराबरी पर रहा है. यहां 40 वार्डों में से कांग्रेस और भाजपा को 14 14 सीटें मिली हैं और 12 सीट निर्दलीय के खाते में गई है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने एक बार फिर खुद की नगरपालिका में बोर्ड बनाने की चुनौती खड़ी हो गई है. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा जिले भर में दांव पर रहेगी. खंडेला और रींगस में महादेव सिंह खंडेला तो श्रीमाधोपुर में पूर्व विधानसभाध्यक्ष दीपेंद्र सिंह के सामने बड़ी चुनौती रहेगी.

पढे़ं: किसान आंदोलन के विरोध में बहरोड़ के 84 गांवों की महापंचायत शुरू

लोसल में भी कांग्रेस को बढ़त मिली है लेकिन यहां भी बहुमत मिला है. ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता परसराम मोरदिया के सामने भी चुनौती है. कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश महासचिव हाकम अली हालांकि अपनी दोनों नगरपालिकाओं रामगढ़ व फतेहपुर में पार्टी को बढ़त दिलाने में कामयाब रहे लेकिन यहां भी निर्दलीय के बिना बोर्ड नहीं बनेगा.

जिले की सातों नगर पालिकाओं का रिपोर्ट कार्ड

रामगढ़ शेखावाटी: यहां पर 35 वार्ड हैं और इन वार्डों में 26250 वोटर थे जिनमें से 75.21 प्रतिशत ने मतदान किया था. यहां चुनाव के लिए 107 प्रत्याशी मैदान में थे. कांगेस ने 33 वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे. वहीं भाजपा ने 17 प्रत्याशी उतारे थे. इनमें से कांग्रेस को 14 सीटें मिली हैं और भाजपा को 13 सीटें मिली हैं. 8 वार्डों में निर्दलीय विजयी रहे हैं. यहां बहुमत के लिए 18 सीटों की जरूरत है. ऐसे में निर्दलियों की भूमिका अहम रहेगी.

पढे़ं: राजसमंद निकाय चुनाव में कांग्रेस ने मारी बाजी, 18 सीटों पर सिमटी भाजपा

फतेहपुर शेखावाटी: जिले की सबसे बड़ी नगरपालिका में 55 वार्ड हैं. यहां 71236 मतादाता हैं और 72.51 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां 190 प्रत्याशी मैदान में थे. कांग्रेस ने 49 और भाजपा ने 28 वार्डों में टिकट दिए थे. चुनाव के नतीजों में यहां कांग्रेस को 25 सीटें मिले हैं और भाजपा को 17 सीटों पर जीत मिली है. 13 सीटें निर्दलीय के खाते में गई हैं. यहां कांग्रेस बहुमत के करीब है लेकिन बिना निर्दलीय के बोर्ड बनाना मुश्किल है.

लक्ष्मणगढ़: यहां पर 40 वार्ड हैं जिनमें 43451 मतदाता हैं और यहां 76 प्रतिशत मतदान हुआ था. कांग्रेस ने 34 वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे और भाजपा 22 में चुनाव लड़ रही थी. यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों को 14 14 सीटें मिली हैं और 12 सीटों पर निर्दलीय को जीत मिली है। यहां कांग्रेस और भाजपा दोनों ही जोड़ तोड़ में जुटे हैं और जिसको निर्दलीय का साथ मिलेगा उसी का बोर्ड बनेगा.

लोसल : यहां पर 35 वार्ड हैं जिनमें 20546 मतदाता हैं और 83.35 प्रतिशत मतदान हुआ था. कांग्रेस यहां 26 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी, वहीं भाजपा ने 21 प्रत्याशी उतारे थे. चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 16 सीटें मिली हैं और भाजपा को 8 सीटें ही मिल पाई हैं. 11 निर्दलीय चुनाव जीतकर आए हैं. यहां भी कांग्रेस बहुमत के करीब है लेकिन निर्दलीयों का सहयोग लेना पड़ेगा.

पढे़ं: डूंगरपुर निकाय परिणाम: 27 सीटों पर जीत के साथ 7वीं बार खिला कमल, यहां कांग्रेस भी चमकी

खंडेला: जिले की सबसे छोटी नगरपालिका है और यहां 25 वार्ड हैं. यहां पर 17519 मतदाता हैं और 77.76 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां कांग्रेस 20 और भाजपा 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 9 सीट मिली हैं और भाजपा को 3 सीट ही मिली हैं. यहां 13 सीट निर्दलीय के खाते में गई हैं और निर्दलीय भी बोर्ड बना सकते हैं.

रींगस : यहां पर 35 वार्ड हैं जिनमें 19111 मतदाता हैं और 87.42 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां पर कांग्रेस 21 और भाजपा 18 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. चुनाव के नतीजों में निर्दलीय ने बड़ा उलटफेर किया है और 23 सीटें निर्दलीय को मिली है. कांग्रेस को 8 और भाजपा को महज 4 सीट ही मिल पाई हैं. यहां भी दोनों ही पार्टियों के सामने निर्दलीय को साधना बड़ी चुनौती है.

पढे़ं: पाली में सात नगर निकाय चुनाव की मतगणना हुई शुरू...

श्रीमाधोपुर: यहां भी 35 वार्ड हैं जिनमें 24367 मतदाता हैं और 81.64 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां पर कांग्रेस ने सभी वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे और भाजपा 33 वार्डों में चुनाव लड़ रही थी. चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 13 और भाजपा को 12 सीटें मिली हैं। 10 सीट पर निर्दलीय जीतकर आए हैं और इन्हीं के सहयोग से बोर्ड बनेगा.

यह है सबसे रोचक जीत

खंडेला में वार्ड 10 में कांग्रेस के विजय और निर्दलीय राकेश दोनों को 234-234 वोट मिले. इसके बाद लॉटरी से फैसला हुआ जिसमें कांग्रेस के विजय चुनाव जीत गए. फतेहपुर के वार्ड 13 से निर्दलीय अल्ताफ कुरैशी एक वोट से चुनाव जीत गए.

पालिकाध्यक्ष के कई बड़े दावेदार चुनाव हारे

लक्ष्मणगढ़ में कांग्रेस के निर्वतमान पालिका उपाध्यक्ष शाकिर सोलंकी चुनाव हार गए. खंडेला से कांग्रेस में पालिकाध्यक्ष के प्रबल दावेदार उमेश गोयल चुनाव हार गए. फतेहपुर में कांग्रेस से पूर्व पालिकाध्यक्ष महफूज बानो चुनाव हार गई. फतेहपुर में ही भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामनिवास सैनी चुनाव हार गए. यहीं से भाजपा के जिला उपाध्यक्ष इस्लाम खान के परिवार से तीन सदस्यों से चुनाव लड़ा था और तीनों ही हार गए.

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