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सीकर: पुलिस ने सफाई कर्मचारी के साथ की मारपीट, सफाई कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया धरना

सीकर के श्रीमाधोपुर में कोरोना वायरस के चलते भीड़ के इकट्ठा होने की सूचना पुलिस को मिली. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लोगों पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी. जिस पर नगर पालिका के एक कर्मचारी को भी पुलिस ने डण्डे मारे. जिसके बाद गुस्साएं नगर पालिका के कर्मचारी धरने पर बैठ गए है. और कार्रवाई की मांग कर रहें हैं.

sikr news, कोविद 19 की खबर
पुलिस ने सफाईकर्मी के साथ की मारपीट
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Published : Apr 22, 2020, 10:13 PM IST

Updated : May 24, 2020, 6:40 PM IST

श्रीमाधोपुर (सीकर). कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन के चलते बुधवार को बाजार में हो रही भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने दो चार जगह लाठी भांजी. इसी दौरान नगर पालिका के एक कर्मचारी को भी पुलिस ने डण्डे मारे जिससे गुस्साएं नगर पालिका कर्मचारी नगर पालिका के सामने धरने पर बैठ गये.

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पुलिस ने सफाईकर्मी के साथ की मारपीट

जिसके बाद मामला उच्चाधिकारियों के पास जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमकाथाना दिनेश अग्रवाल मौके पर आए और उपखण्ड कार्यालय में उपखण्ड अधिकारी लक्ष्मीकांत गुप्ता, तहसीलदार महिपाल सिंह, कर्मचारी संघ के चतरसाल सिंह, थानाधिकारी कैलाश चन्द मीणा की मौजुदूगी में चर्चा हुई. जिसमें अग्रवाल ने रिर्पोट देने की बात कहकर मामले की जांच कर कार्रवी करने की बात कही. पर नगर पालिका कर्मचारी दोषी पुलिस कर्मचारी को निलंबित करने की मांग पर अड़ गए.

नगर पालिका कर्मचारियों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे हैं. वहीं एसआई गिरधारी लाल का कहना है कि बाजार में भीड़ अधिक होने की सूचना पर एएसआई जयप्रकाश, हैडकॉस्टेबल रंगलाल और अमर सिंह बाजार में गए थे. मेरे ऊपर लगे आरोप गलत है मैंने किसी कर्मचारी को हाथ तक नहीं लगाया. वहीं हैड कॉस्टेबल रंगलाल का कहना है कि हम जब रींगस बाजार पहुंचे तो वहां 15-20 लोगों की भीड़ इक्कठी थी. जिनको खदेड़ा गया था. कर्मचारी ने ना तो नगर पालिका की ड्रेस पहन रखी थी. साथ ही कहा कि किसी ने मास्क भी नहीं लगा रखा था और कार्ड भी दिखाई नहीं दे रहा था, मारपीट करने की बात गलत है.

ईओ ने कराया मामला दर्ज-

नगर पालिका ईओ रजत जैन ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है कि कोविड-19 के बचाव के लिए उनके कर्मचारी कस्बे में विशेष कार्य कर रहे हैं. सफाई कर्मचारियों के साथ पुलिस बार-बार मारपीट, अभद्र व्यवहार और राजकार्य में बाधा डाल रही है. 11 अप्रैल को सुबह 11 बजे एसआई गिरधारी लाल ने सफाई कर्मचारी विकास स्वामी के साथ मारपीट की. जिसकी सूचना उच्चाधिकारियों को देने पर समझाईश कर मामला शान्त कर दिया था.

पढ़ें- लॉकडाउन मिसालः क्वॉरेंटाइन पीरियड काट रहे मजदूरों ने बदल दी स्कूल की सूरत

वहीं, बुधवार को दोपहर एक बजे सोडियम हॉईपोक्लाराइड का छिडकाव कर रहे नगर पालिका के ऑटो चालक नाहर सिंह के साथ पहचान पत्र दिखाने और नगर पालिका कर्मचारी बताने के बाद भी पुलिस हैड कॉस्टेबल रंगलाल ने लाठी से मारपीट की. जिससे उसके पैर और शरीर के अन्य भागों पर गंभीर चोट आई है और उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका उपचार चल रहा है. इस घटना के बारे में पुलिस प्रशासन को नगर पालिका कर्मचारियों की ओर से अवगत कराने पर एसआई गिरधारी लाल ने अपशब्द कहे. इससे नाराज होकर सफाई कर्मचारी दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक कार्य बहिष्कार की चेतावनी देकर धरने पर बैठ गए. उन्होने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

कार्रवाई नहीं होने तक न होगी सफाई न ही जलेंगी कस्बे की लाईटें-

पुलिस ने रिर्पोट लेकर मामले की जांच करने की बात कही है. जिस पर नगर पालिका कर्मचारियों ने कहा कि हम भी बराबर कोरोना वायरस से लड़ रहें हैं. पुलिस को बताने के बाद भी हमें बार-बार परेशान किया जाता है. हमारे कचरा उठाने वाले वाहनों को भी नहीं आने-जाने दिया जाता है और ना ही हमारे कर्मचारियों को जाने दिया जाता है और बार बार मारपीट करते है. ऐसे में सफाई करना संभव नहीं हैं. जब तक दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक न सफाई होगी न ही कस्बे में लाइटें जलेंगी.

श्रीमाधोपुर (सीकर). कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन के चलते बुधवार को बाजार में हो रही भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने दो चार जगह लाठी भांजी. इसी दौरान नगर पालिका के एक कर्मचारी को भी पुलिस ने डण्डे मारे जिससे गुस्साएं नगर पालिका कर्मचारी नगर पालिका के सामने धरने पर बैठ गये.

sikr news, कोविद 19 की खबर
पुलिस ने सफाईकर्मी के साथ की मारपीट

जिसके बाद मामला उच्चाधिकारियों के पास जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमकाथाना दिनेश अग्रवाल मौके पर आए और उपखण्ड कार्यालय में उपखण्ड अधिकारी लक्ष्मीकांत गुप्ता, तहसीलदार महिपाल सिंह, कर्मचारी संघ के चतरसाल सिंह, थानाधिकारी कैलाश चन्द मीणा की मौजुदूगी में चर्चा हुई. जिसमें अग्रवाल ने रिर्पोट देने की बात कहकर मामले की जांच कर कार्रवी करने की बात कही. पर नगर पालिका कर्मचारी दोषी पुलिस कर्मचारी को निलंबित करने की मांग पर अड़ गए.

नगर पालिका कर्मचारियों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे हैं. वहीं एसआई गिरधारी लाल का कहना है कि बाजार में भीड़ अधिक होने की सूचना पर एएसआई जयप्रकाश, हैडकॉस्टेबल रंगलाल और अमर सिंह बाजार में गए थे. मेरे ऊपर लगे आरोप गलत है मैंने किसी कर्मचारी को हाथ तक नहीं लगाया. वहीं हैड कॉस्टेबल रंगलाल का कहना है कि हम जब रींगस बाजार पहुंचे तो वहां 15-20 लोगों की भीड़ इक्कठी थी. जिनको खदेड़ा गया था. कर्मचारी ने ना तो नगर पालिका की ड्रेस पहन रखी थी. साथ ही कहा कि किसी ने मास्क भी नहीं लगा रखा था और कार्ड भी दिखाई नहीं दे रहा था, मारपीट करने की बात गलत है.

ईओ ने कराया मामला दर्ज-

नगर पालिका ईओ रजत जैन ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है कि कोविड-19 के बचाव के लिए उनके कर्मचारी कस्बे में विशेष कार्य कर रहे हैं. सफाई कर्मचारियों के साथ पुलिस बार-बार मारपीट, अभद्र व्यवहार और राजकार्य में बाधा डाल रही है. 11 अप्रैल को सुबह 11 बजे एसआई गिरधारी लाल ने सफाई कर्मचारी विकास स्वामी के साथ मारपीट की. जिसकी सूचना उच्चाधिकारियों को देने पर समझाईश कर मामला शान्त कर दिया था.

पढ़ें- लॉकडाउन मिसालः क्वॉरेंटाइन पीरियड काट रहे मजदूरों ने बदल दी स्कूल की सूरत

वहीं, बुधवार को दोपहर एक बजे सोडियम हॉईपोक्लाराइड का छिडकाव कर रहे नगर पालिका के ऑटो चालक नाहर सिंह के साथ पहचान पत्र दिखाने और नगर पालिका कर्मचारी बताने के बाद भी पुलिस हैड कॉस्टेबल रंगलाल ने लाठी से मारपीट की. जिससे उसके पैर और शरीर के अन्य भागों पर गंभीर चोट आई है और उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका उपचार चल रहा है. इस घटना के बारे में पुलिस प्रशासन को नगर पालिका कर्मचारियों की ओर से अवगत कराने पर एसआई गिरधारी लाल ने अपशब्द कहे. इससे नाराज होकर सफाई कर्मचारी दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक कार्य बहिष्कार की चेतावनी देकर धरने पर बैठ गए. उन्होने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

कार्रवाई नहीं होने तक न होगी सफाई न ही जलेंगी कस्बे की लाईटें-

पुलिस ने रिर्पोट लेकर मामले की जांच करने की बात कही है. जिस पर नगर पालिका कर्मचारियों ने कहा कि हम भी बराबर कोरोना वायरस से लड़ रहें हैं. पुलिस को बताने के बाद भी हमें बार-बार परेशान किया जाता है. हमारे कचरा उठाने वाले वाहनों को भी नहीं आने-जाने दिया जाता है और ना ही हमारे कर्मचारियों को जाने दिया जाता है और बार बार मारपीट करते है. ऐसे में सफाई करना संभव नहीं हैं. जब तक दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक न सफाई होगी न ही कस्बे में लाइटें जलेंगी.

Last Updated : May 24, 2020, 6:40 PM IST
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