दांतारामगढ़ (सीकर). जिला के दांतारामगढ़ ब्लॉक के खाटूश्यामजी कस्बे में सीकर धर्मशाला के सामने से नगर पालिका ने 5 दुकानों को हटा दिया. दुकानें वहां पर बन रहे सार्वजनिक नाले में अवरोध पैदा कर रहे थे. इस दौरान वहां पर किसी अनहोनी के चलते अधिशासी अधिकारी विशाल यादव के नेतृत्व में पुलिस जाब्ते मौजूद थी.
नगरपालिका ने दुकान मालिक को नोटिस दे दिया था लेकिन दुकान मालिक ने किरायेदार को इसकी सूचना नहीं दी थी, जिससे किरायेदार दुकान से अपना सामान नहीं निकाल पाये. जब दुकानदारों को सुचना मिली तो जल्दबाजी में सामान निकालने लगे. लेकिन अतिक्रमण दस्ते के पहुंचने तक सामान नहीं निकाल पाये. जब दुकानों में सामन दिखा तो नगरपालिका के अधिकारियों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए नगरपालिका के ट्रैक्टर और दस्ते में शामिल कर्मचारियों को लगाकर दुकानों का सामन बाहर निकलवाया. इसके बाद अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू की.
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गौरतलब है कि कस्बे के गंदे पानी की निकासी के लिए सार्वजनिक नाला डाला जा रहा था. नाला निर्माण के दौरान बीच रास्ते में लोगों का अतिक्रमण आ गया था. नगर पालिका प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिया था लेकिन दुकान मालिक ने अतिक्रमण नहीं हटाया. जिसके बाद नगरपालिका ने कस्बे के गंदे पानी की निकासी के लिए अतिक्रमण हटाकर रास्ते में आ रही बाधा को दूर किया. सार्वजनिक नाला डालने से कस्बे में अब गंदे पानी का भराव नहीं होगा.
दुकानदारों ने जान जोखिम में डालकर निकाला सामान
नगरपालिका के सहयोग के बाद भी एक-दो दुकानों में सामन रह गया था. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान जहां दुकानों की दीवारों को तोड़ा जा रहा था तो वही दुकानदार अपने बचे सामान को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर दुकान में रखा हुआ सामान बाहर निकालने मे लगे रहे. अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान दुकानदारों को दुकान में सामान नजर आये तो प्रशासन ने उनको वहां से हटाकर दूर किया. तब जाकर अतिक्रमण की कार्रवाई सुचारू रूप से शुरू हुई. करीब दो घंटे की कार्रवाई के दौरान पांच दुकानों और डण्डा को धराशायी किया गया.