फतेहपुर (सीकर). प्रदेश में कांग्रेस सरकार की ओर से बढ़ाई गई बिजली की दरों के खिलाफ गुरुवार को माकपा ने प्रदर्शन किया. इस दौरान माकपा ने एसडीएम कार्यालय का घेराव कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. तहसील सचिव आबिद हुसैन ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बिजली की दरों में पांच साल तक कोई बढ़ोतरी नहीं करने का वादा किया था और अब इस एक साल बाद ही भारी भरकम बढ़ोतरी कर दी.
उन्होंने बताया कि राजस्थान देश के पिछड़े हुए राज्यों में शुमार है. इसलिए सरकार को गरीबों का ध्यान रखते हुए कम उपभोग करने वालों को फ्री बिजली और 400 यूनिट तक उपभोग करने वालों को बिजली बिलों में 50 प्रतिशत की छूट देनी चाहिए.
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बता दें कि राज्य सरकार ने 95 पैसे प्रति यूनिट और फिक्स चार्ज के नाम से भी 115 रुपये बढ़ा दिए हैं, जिससे गरीब लोगों के सिर पर इस आर्थिक मंदी के दौरान अतिरिक्त भार डाल दिया है. वहीं, जो गरीब लोग हैं वे बिजली कनेक्षन कटवाने के लिए मजबूर होंगे.
कांग्रेस ने पिछले कार्यकाल में बिजली को प्राइवेट कम्पनियों को दे दिया था, जिसका भी माकपा के विधायक ने विरोध किया था. लेकिन सरकार ने कहा कि बिजली प्राइवेट हाथों में जाने से सस्ती होगी और आसानी से सुलभ हो जाएगी. सरकार ने अब बिजली दरों में बढ़ोतरी करके आग में घी डालने जैसा कार्य किया है, जिसका माकपा पूरजोर विरोध करेगी. साथ ही सरकार ने बिजली दरों को कम नहीं किया तो माकपा उग्र आंदोलन भी करेगी.
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इस दौरान माकपा कार्यकर्ताओं ने धानुका अस्पताल से उपखण्ड अधिकारी कार्यालय तक रैली निकाली और सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए उपखण्ड कार्यालय पहुंचे, जहां पर उपखण्ड अधिकारी शीलावती मीणा को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान आबिद हुसैन, हेमेन्द्र महला, भींव सिंह, त्रिलोक, संदीप, रामप्रताप, भोजेन्द्र सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे.