खंडेला (सीकर). खंडेला पुलिस पर ग्रामीण विवादित मकान के मामले में एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं. ग्रामीणों ने पुलिस पर डरा धमका कर भगाने का आरोप लगाया है. मामला एक मकान से जुड़ा है, जिसपर दो पक्ष अपना दावा कर रहे हैं. दोनों ही पक्षों की तरफ से केस दर्ज करवाया हुआ है. पुलिस बुधवार को मकान का मौका मुआयना करने आई थी. यह मामला बरसिंहपुरा गांव का है.
क्या है पूरा मामला?
कजोड़ी देवी ने बताया कि बरसिंहपुरा में उसके पिता का पुश्तैनी मकान है. जिसमें वो रहती थी, कभी-कभी बीच में वो जयपुर भी चली जाती थी. कुछ समय पहले वो जयपुर चली गई तो पीछे से उसके रिश्तेदार बाबूलाल ने मकान पर कब्जा कर लिया और ताले लगा दिए. जब वह वापस आई तो उसे अंदर नहीं जाने दिया गया. जिसके बाद उसने पुलिस में मामला दर्ज करवाया.
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कजोड़ी देवी की बेटी संजू ने बताया कि बुधवार को पुलिस वाले मकान का मौका मुआयना करने आए थे. इस दौरान पुलिस वालों ने मुझे और मेरी मां को ही अंदर जाने दिया. जब ग्रामीण भी अंदर आने लगे तो पुलिस ने उन्हें डरा धमका कर भगा दिया. संजू ने आरोप लगाए के पुलिस ने उनको कमरों को ठीक से देखने भी नहीं दिया और बाबूलाल से ही ताला खुलवा कर चेक कर रही थी और फिर बाबूलाल ही कमरों को फिर से ताला लगा रहा था. उसने महिला पुलिस पर भी धक्का देकर बाहर निकालने का आरोप लगाया.
थानाधिकारी महेंद्र कुमार ने बताया कि कजोड़ी देवी और बाबूलाल के बीच मकान को लेकर विवाद चल रहा है. इस मामले में न्यायालय में मुकदमा चल रहा है. दोनों पक्षों का दावा है कि वो इसी मकान में रहते हैं. दोनों के बिजली के कनेक्शन भी हैं. कुछ समय पहले बाबूलाल ने मकान के मेन गेट पर ताला लगा दिया. जिसकी शिकायत कजोड़ी देवी की तरफ से पुलिस को दी गई. इस मामले में जांच की जा रही है. जब तक अनुसंधान पूरा नहीं हो जाता और न्यायालय का फैसला नहीं आ जाता, किसी को भी यहां रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी.