कोटाः प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एडमिशन का रास्ता जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड (JEE ADVANCED) क्रेक करने के बाद ही क्लियर होता है. वहीं, जेईई एडवांस्ड के लिए जेईई मेन के जरिए क्वालीफाई होते हैं. बिना दोनों परीक्षाओं को क्रेक किए आईआईटी में एडमिशन नहीं मिलता है, लेकिन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास में एडमिशन बिना जेईई मेन व एडवांस्ड को क्रेक किए भी मिल रहा है. यहां तक कि बैचलर ऑफ साइंस (BS) डाटा साइंस व एप्लीकेशन की डिग्री भी मिल जाती है.
एजुकेशन एक्सपर्ट कमल सिंह चौहान का कहना है कि इस परीक्षा में 12वीं पास या 12वीं में पढ़ रहे बच्चे शामिल हो सकते हैं. इनके पास कोई भी सब्जेक्ट हो. हालांकि, इसे 17 से लेकर 81 साल तक की उम्र का कोई भी व्यक्ति कर सकता है.
आईआईटी मद्रास ने यह भी दावा किया है कि यह विश्व का सबसे पहला 4 साल का बैचलर ऑफ साइंस डिग्री इन डाटा साइंस एंड एप्लीकेशन प्रोग्राम है. इसमें जल्दी बाहर निकलने के ऑप्शन भी दिए गए. उसी के अनुसार फाउंडेशन डिप्लोमा और बीएससी डिग्री दी जाती है. इसमें विद्यार्थी को असाइनमेंट और एग्जाम के जरिए क्रेडिट लेने पड़ते हैं, उनके आधार पर ही उन्हें सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री दी जाती है.
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करियर बनाने में मददगार है कोर्सः एक्सपर्ट चौहान का कहना है कि इसके लिए साल में दो बार एडमिशन लिए जाते हैं. इसमें वर्तमान में मई बेच के लिए आवेदन मांगे गए हैं. इसकी आवेदन तिथि 30 मई है. वहीं, इसकी परीक्षा 13 जुलाई को आयोजित की जाएगी. इसके लिए कैंडिडेट ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. ऐसे इंजीनियरिंग स्टूडेंट जिनका आईआईटी या एनआईटी में चयन नहीं हुआ है, वह इस तरह के कोर्स को अपनी बीटेक के साथ कर सकते हैं. उन्हें अपना करियर बनाने में यह कोर्स काफी मदद कर सकता है. वर्तमान में हजारों कैंडिडेट इस कोर्स में एनरोल्ड हैं. इनमें बड़ी संख्या वर्किंग प्रोफेशनल्स भी शामिल हैं.
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चौथे साल की पढ़ाई कर सकते हैं आईआईटी में ऑफलाइनः एक्सपर्ट चौहान का यह भी कहना है कि इस कोर्स के तहत आईआईटी मद्रास एक सहूलियत और देती है. उन्होंने हाल ही में आईआईटी रोपड़ के साथ कोलैबोरेशन किया है. इसके तहत इस कोर्स में एनरोल्ड कैंडिडेट 3 साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद चौथा साल ऑफलाइन पढ़ाई कर सकता है, यानी वह आईआईटी रोपड़ में जाकर ऑफलाइन क्लासेस ले सकता है. इस कोर्स के दौरान भी वर्ल्ड क्लास फैकल्टी की तैयार की स्टडी मैटेरियल और ऑनलाइन क्लासेस में भी वह पढ़ सकते हैं.
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देश पर में बने हुए हैं एग्जाम सेंटर, यह है फी स्ट्रक्चरः चौहान के मुताबिक फाउंडेशन कोर्स में 32000 रुपए फीस है. इसके बाद फाउंडेशन प्लस डिप्लोमा में 94500, फाउंडेशन कि दो डिप्लोमा में 1.57 लाख रुपए फीस है. वहीं, बीएससी डिग्री में 2.21 से 2.27 लाख के बीच फीस है. इसी तरह से बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री में 3.15 लाख से 3.51 लाख रुपए के बीच फीस है. इसके तहत ऑनलाइन पढ़ाई भी आईआईटी मद्रास करवाता है. उसके बाद देशभर में उसके परीक्षा केंद्र बने हुए हैं, जहां पर कैंडिडेट जाकर एग्जाम दे सकते हैं. राजस्थान में भी जयपुर, कोटा, उदयपुर व जोधपुर में एग्जाम सेंटर हैं.