फतेहपुर (सीकर). राज्य सरकार आमजन को राहत देने और किसानों को फसल खराबे का तुंरत मुआवजा देने के लिए प्रयास कर रही है, जबकि दूसरी तरफ सरकार के कर्मचारी ऐसे हैं जो विधायक से भी ठीक से पेश नहीं आ रहे हैं. खुद के आला अधिकारियों के सामने ही कर्मचारी विधायक से सही से बात नहीं कर रहे हैं. रविवार को ऐसा ही वाकया हरसावा बड़ा गांव में हुआ.
फसल खराबे का जायजा लेने के लिए पहुंचे विधायक हाकम अली खां ने पटवारी से सिर्फ इतना पूछा कि गिरदावरी क्यों नहीं हुई तो पटवारी विधायक से ही बहस करने लग गया. जानकारी के मुताबिक विधायक हाकम अली मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार क्षेत्र में ओलावृष्टि और मावठ से हुई फसल खराबे की जानकारी लेने के लिए किसानों के पास पहुंचे थे.
इस दौरान उन्होंने किसान से पूछा कि पटवारी गिरदावरी के लिए आया था क्या, तो किसान ने कहां कि अभी तक पटवारी नहीं आया. इसके बाद जब पटवारी नारायण वहां पहुंचा तो विधायक हाकम अली खां ने पूछा कि पटवारी जी अभी तक गिरदावरी क्यों नहीं हुई, आप तो कह रहे थे मैं कल क्षेत्र में जाकर आया हूं, जबकि किसान कह रहे हैं आप यहां आये ही नहीं. इस पर पटवारी नारायण ने कहा कि इस्तीफा ले लो, मुझे नहीं करनी नौकरी.
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जिसके बाद विधायक ने पटवारी को इस्तीफा लिखने के लिए कह दिया. इसी दौरान विधायक हाकम अली खां ने एडीएम से फोन पर बात करके पूरे मामले से अवगत करवाया. साथ ही कहा कि ऐसे कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए. विधायक ने कहा कि कर्मचारी जब मेरे से इस तरह से बात कर रहा है तो फिर आम जनता से बर्ताव कैसा होगा.
बाद में एसडीएम शीलावती मीणा ने खूब समझाइश की, लेकिन पटवारी मानने को तैयार नहीं हुआ. एसडीएम ने कहा कि विधायक साहब ने ऐसा कुछ नहीं कहा फिर आपको यह बात बोलने की कहां जरूरत पड़ी. इस पर पटवारी ने कहा कि मैं कल पूरे दिन एसडीएम के साथ था, ऐसे में गिरदावरी नहीं हो पाई. पटवारी ने कहा कि नहीं करनी है मुझे नौकरी, यह इस्तीफा लो.