खंडेला (सीकर). भारतीय जनता पार्टी ने बिजली बिलों को लेकर गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. भाजपा ने कोरोना काल में किसानों की आर्थिक हालात खराब होने की बात कही और मुख्यमंत्री से तीन महीने के बिजली के बिल माफ करने की मांग की. इस संबंध में भाजपा ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा. मंगलवार को पूर्व चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया के नेतृत्व में भाजपा ने प्रदर्शन किया.
पूर्व चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया ने कहा कि पूरा विश्व कोरोना महामारी के प्रकोप का सामना कर रहा है. आर्थिक रूप से हर परिवार का बजट प्रभावित हुआ है. कांग्रेस सरकार ने बिजली बिलों को स्थगित किया था लेकिन विद्युत कम्पनियों ने चार माह के बिजली के बिल एक साथ भेज दिए. जिसे भरने में उपभोक्ता सक्षम नहीं है. क्योंकि कोरोना के कारण किसान और गरीब लोगों की आर्थिक हालात बहुत खराब हैं.
ज्ञापन में बताया गया कि बिजली की दरों में भी बढ़ोतरी की गई है. स्थायी शुल्क के नाम पर ज्यादा राशि वसूली जा रही है. बिजली कम्पनियों के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से बिजली की चोरी करवाकर कम्पनियों का घाटा बढ़ाया जा रहा है.
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पूर्व राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को होटलों से बाहर आकर काम करना चाहिए. होटलों के अंदर से सरकार नहीं चलती है. बता दें कि राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से सियासी हलचल तेज है. सचिन पायलट के समर्थक विधायक हरियाणा के एक होटल में रूके हुए हैं. वहीं कांग्रेस के दूसरे विधायकों को जयपुर में ही एक होटल में बाड़ेबंदी में रखा हुआ है.