श्रीमाधोपुर (सीकर). मंगलवार को कस्बे के गुरूद्वारा सिंहसभा की ओर से गुरूनानक देव का ५५०वां प्रकाशोत्सव मनाया गया. जिसमें सुबह गुरु ग्रंथ साहिब के साप्ताहिक पाठ के बाद आसा दी वार तथा शबद-कीर्तन हुआ. वहीं सरदार अर्जुन सिंह वधवा ने बताया कि सामुहिक महाआरती के बाद अरदास कर देश में खुशहाली तथा सुख-समृद्धि की कामना भी की गई.
बता दें कि, अरदास के बाद गुरूजी का अटूट लंगर बरपाया गया. जिसमें सर्वसमाज के हजारो श्रृद्धालुओं ने पंगत प्रसादी ग्रहण की. इस अवसर पर गुरूद्वारा सभा के प्रधान सतनाम सिंह, पूर्व विधायक झाबर सिंह खर्रा, ब्लाक कांग्रेस कमेठी अध्यक्ष रक्षपालदास स्वामी और विहिप के बृजेन्द्र जोशी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे. इससे पूर्व संगत की ओर से गणमान्यजनों का सिरोपाव भेंट कर सम्मान किया गया.
भरतपुर: डीग में हुआ गुरु नानक देव जयंती पर लंगर का आयोजन
भरतपुर के डीग में मंगलवार को सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले धर्मगुरु गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती के मौके पर कस्बे में लंगर का आयोजन किया गया. साथ ही सिंह सभा गुरुद्वारा को सजाया गया है. इस दौरान यहां लगातार कीर्तनों का आयोजन हुआ.
इस मौके पर पंजाबी समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे. बता दें कि गुरु नानक का जन्म 1526 ई में कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा में हुआ था. यही कारण है कि, हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा को प्रकाशपर्व के रूप में मनाया जाता है.
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कहा जाता है कि, बचपन से ही नानक साहिब का मन संसारिक कामों में नहीं लगता था. वहीं आठ साल की आयु में ही, उनका स्कूल भी छूट गया था. एक बालक के रूप में भगवान की ओर ज्यादा लगाव होने से लोग इन्हें दिव्य पुरुष के रूप में मानने लगे थे.