सवाईमाधोपुर. रणथंभौर में वन्यजीवों के अजब-गजब नजारे पर्यटकों को खासा रोमांचित करते हैं. वन्यजीवों की स्वच्छंद अठखेलियां देखने के लिए सात समंदर पार से भी सैलानियों का लगातार आना जाना लगा रहता है. ऐसा ही एक रोमांचकारी नजारा मंगलवार को रणथंभौर नेशनल पार्क में मिस्रदरा के पास त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर देखने को (Tigress seen in Ranthambore National Park) मिला. यहां बाघिन 'सुल्ताना' टी-107 मिस्रदरा गौमुखी के पास अपने शावक को मुंह में दबाए सुरक्षित स्थान पर ले जाते दिखाईं (Tigress Sultana carry her cub in jaws) दी.
बता दें कि बाघिन ने कुछ दिन पूर्व शावकों को जन्म दिया है. जानकारी मिलने पर वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई. सूचना के बाद वन विभाग ने बाघिन के शावकों की सुरक्षा को देखते हुए रणथंभौर नेशनल पार्क के मध्य से गुजरने वाले त्रिनेत्र गणेश मार्ग को भी काफी हद तक बंद कर दिया. साथ ही बाघिन के बच्चे की सुरक्षा के लिए अलग से वन विभाग की एक ट्रैकिंग टीम भी तैनात कर दी गई. बाघिन सुल्ताना का एक रोमांचकारी वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें बाघिन अपने मासूम बच्चे को जबड़े के बीच दबाकर जाती हुई दिख रही है.
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वन्यजीव विशेषज्ञों की मानें तो बाघिन इस तरह अपने बच्चे को सुरक्षित जगह पर ले जा रही है. बाघिन ने शावक को जबड़ों में इस तरह जकड़ा है कि वह गिरे भी नहीं और दांत लगने से नुकसान भी ना हो. शावक को सुरक्षित स्थान पर ले जाने को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि शावक को सबसे ज्यादा खतरा मेल टाइगर से होता है. शावक के जन्म लेने के बाद बाघिन नर बाघ से अलग हो जाती है. वह शावक को मेल टाइगर की नजरों से बचाने के लिए स्थान बदलती रहती है.