जयपुर: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के मुद्दे पर प्रदेश की सियासत में बयानबाजी अब जोर पकड़ने लगी है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और मंदिर तोड़े जाने के मुद्दे को लेकर केंद्र की चुप्पी पर सवाल उठाया, तो भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका यह बयान देरी से आया है. गहलोत को देर से सद्बुद्धि आई है.
बांग्लादेश के हालात सबके लिए चिंताजनक: मदन राठौड़ ने रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि बांग्लादेश में वहां के अल्पसंख्यक हिंदू समाज पर लगातार हमले हो रहे हैं. मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. कई लोग तो पलायन कर चुके. जो पलायन कर गए उनकी संपत्ति पर आततायियों ने कब्जे कर लिए. यह चिंताजनक है. यह विषय हमने समय-समय पर उठाया है. कई बार हमने मीडिया के माध्यम से उठाया और सरकार के सामने भी उठाया. जो भी कूटनीतिक प्रयास करने चाहिए. हमारी सरकार ने किए हैं.
केंद्र सरकार लगातार बना रही है दबाव: वे बोले, केंद्र सरकार लगातार दबाव बना रही है. विश्व के कई देशों के राजनयिक और देशों से भी दबाव बनवाया. विश्व के कई लोकतांत्रिक देशों ने भी इस मुद्दे पर बांग्लादेश पर दबाव बनाया है. आज जो वहां हो रहा है. वह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बांग्लादेश के अंदर वहां के मुस्लिम समाज के कई लोगों ने भी कट्टरता का विरोध किया. एनएसए अजित डोभाल ने भी प्रयास किया कि कैसे इन हमलों को रोका जाए.
सबकी भावना जागे, एकता नजर आएगी: मदन राठौड़ ने कहा, अभी अशोक गहलोत का जो बयान आया. उनका बयान देर से आया है. लेकिन अच्छा आया है. यह सद्बुद्धि उन्हें पहले आनी चाहिए थी. जब हमारे निर्दोष लोगों पर अत्याचार हो रहा हो तो हम सबको एक मुखी होकर प्रयास करना चाहिए. इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए. अच्छी बात है कि अशोक गहलोत की भावनाएं जगी हैं. इसी तरह औरों की भी भावनाएं जगे तो निश्चित रूप से देश की एकता नजर आएगी.
कांग्रेस ने की है तुष्टिकरण की राजनीति: मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए बजट आवंटन और पुजारियों का मानदेय बढ़ाने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस ने तो तुष्टिकरण किया था. उन्होंने एक वर्ग विशेष को आगे बढ़ाने का काम किया है. हम अल्पसंख्यकों की भावना का भी सम्मान करते हैं. लेकिन आज तक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव होता रहा. हमारे मंदिरों को किसी भी तरह से कांग्रेस सरकार ने सहयोग नहीं किया था. भजनलाल शर्मा और उनकी कैबिनेट ने पवित्र संगम पर मंत्रिमंडल की बैठक करके पुजारियों और मंदिरों के लिए अहम घोषणाएं की हैं. हम उनका स्वागत करते हैं.