राजसमंद. राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) राजसमंद की विभिन्न उप शाखाओं पर निर्वाचन के दौरान हुई अनियमितताओं पर न्यायाधिकरण मंडल, जयपुर राजस्थान के पास पहुंचे मामलों पर न्यायाधिकरण मंडल ने संज्ञान लेते हुए दोनों पक्षों की सुनवाई की. जिसके बाद अब 14 फरवरी 2021 को संपन्न कराए गए उपशाखा चारभुजा के निर्वाचन परिणामों को अवैध करार देते हुए स्टे लगा दिया गया है. जबकि उपशाखा कुंभलगढ़ में 3 जनवरी 2021 में संपन्न हुए निर्वाचन में लगातार सातवीं बार संगठन के नियम विरुद्ध कोषाध्यक्ष चुने जाने को अवैध करार दिया है.
राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) प्रदेश संगठन मंत्री प्रहलाद शर्मा ने जिला निर्वाचन अधिकारी राजसमंद को निर्देशित किया है कि उपशाखा चारभुजा को छोड़कर अन्य आठ शाखाओं के चयनित जिला कार्यकारिणी सदस्यों और अन्य योग्य सदस्यों की ओर से जिला कार्यकारिणी के चुनाव संपन्न कराए जाएं, क्योंकि प्रदेश के समस्त जिलों में जिला कार्यकारिणी का गठन किया जा चुका है. लेकिन, राजसमंद जिले की उप शाखाओं से आ रही लगातार आपत्तियों पर न्यायाधिकरण मंडल ने संज्ञान लेते हुए उपशाखा चारभुजा को जिला चुनाव में भाग लेने से वंचित रखा गया है.
वहीं, कुंभलगढ़ उपशाखा में चयनित कोषाध्यक्ष मुरलीधर नागोरी के चयन को अवैध करार दिया है. प्रदेश और जिला महासमिति सदस्य कैलाश सामोता, बाबूलाल ऐचरा, सूरजमल मीणा, भोलू राम जाट, पूनम मेघवाल, गिरजाशंकर मेघवाल, दिनेश स्वामी, मायाराम मीणा सहित दर्जनभर शिक्षक संगठन के कार्यकर्ताओं ने न्यायाधिकरण मंडल के समक्ष चुनाव में हुई अनियमितताओं की शिकायत की थी जिस पर न्यायाधिकरण मंडल की ओर से लिए गए फैसले पर खुशी जाहिर की है और चुनाव दोबारा करवाने की अपील की है.
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राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) राजसमंद की विभिन्न उपशाखाओं में हुए चुनाव के दौरान नियम खिलाफ कार्यकारिणी के गठन से समर्पित कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी, लेकिन न्यायाधिकरण मंडल की ओर से संज्ञान लिए जाने और चारभुजा उपशाखा के निर्वाचन पर स्थगन आने और कुंभलगढ़ उपशाखा के कोषाध्यक्ष को अवैध करार दिए जाने के बाद संघ के सदस्यों में संगठन के प्रति आस्था जगी है. राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) राजसमंद के जिला निर्वाचन से पहले उपशाखा चारभुजा के चुनाव दोबारा करवाए जाने चाहिए और दोषियों को संगठन के बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए.