राजसमंद. जिला मुख्यालय के सबसे बड़े आर के अस्पताल में एक वृद्ध महिला ने डॉक्टर पर उसके साथ इलाज के दौरान मारपीट का आरोप लगाया है. जबकि दूसरी ओर डॉक्टर आरोप को बेबुनियाद बता रहें हैं.
दरअसल पड़ासली के वाणिया टुकड़ा की निवासी हीरा बाई, जो पिछले लंबे समय से टीबी रोग से ग्रसित थी. पिछले दिनों 3 जनवरी को इलाज कराने आर के चिकित्सालय में भर्ती हुई. वृद्ध महिला की पसलियों में पानी भरने के कारण दर्द उठा. जिसको लेकर पीड़ित महिला के परिवार ने डॉक्टरों को इससे अवगत कराया. जिस पर डॉ एमके मीणा महिला का उपचार करने पहुंचे.
महिला ने बताया कि डॉक्टर ने माइनर ऑपरेशन से महिला की पसलियों में छेद करके पानी निकालने की कोशिश की. जिसपर महिला ने डॉक्टर से अधिक दर्द के कारण पैर सुन्न कर, ऑपरेशन की मांग की. जबकि डॉक्टर ने बिना सुन्न किए ही, ऑपरेशन किया. साथ ही इलाज के दौरान डॉक्टर ने महिला के गाल पर दो थप्पड़ जड़ दिए. इस पर उसके पति ने इस घटना को लेकर पीएमओ डॉक्टर एचसी सोनी को लिखित शिकायत दी है.
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वहीं एमके मीणा ने बताया कि महिला टीबी की रोगी है. इसका इलाज पहले उदयपुर के बड़े टीबी अस्पताल में चल रहा था. जहां से पिछले दिनों यह महिला बिन बताए ही घर आ गई. इसके बाद उसके परिवार जन उसे तबीयत ज्यादा खराब होने पर आर के अस्पताल लेकर आए. वहीं सोमवार को पसलियों में छेद कर पानी निकालने की प्रक्रिया के लिए उपचार किया जा रहा था. लेकिन उम्र और स्वास्थ्य को ध्यान रखकर इनके पैर को सुन्न नहीं किया जा सकता था. तभी उन्होंने मुझे जोर से लात मार दी. जिससे मैं गिर गया. लेकिन उसके बावजूद भी मैंने इनका इलाज लगातार जारी रखा.
डॉक्टर ने कहा कि मैंने महिला के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की है. यह सब बेबुनियाद बातें हैं. वहीं घटना की शिकायत मिलने पर पीएमओ डॉ एचसी सोनी ने टीम गठित कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.